लॉकडाउन के दौरान विभिन्न जनऔषधि केंद्र मरीजों से व्हाट्सएप और ईमेल के जरिए दवाओं के आर्डर स्वीकार कर रहे हैं, ताकि वे आसानी से दवा खरीद सकें।
सरकार ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। रसायन और उर्वरक मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इस समय देश के 726 जिलों में 6,300 से अधिक प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र (पीएमबीजेके) कार्य कर रहे हैं।
रसायन एवं उर्वरक मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा ने कहा, यह खुशी की बात है कि कई पीएमबीजेके जरूरतमंदों तक आवश्यक दवाएं पहुंचाने के लिए आधुनिक संचार साधनों का उपयोग कर रहे हैं, जिनमें व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म शामिल हैं।
बयान में कहा गया कि अप्रैल 2020 में पूरे देश में लगभग 52 करोड़ रुपये की दवाओं की आपूर्ति की गई। इसके साथ ही दवाइयों की डिलीवरी के लिए इंडिया पोस्ट के साथ समझौता भी किया गया है।
हालांकि यह नहीं बताया गया कि दवाओं के ऑर्डर डिलीवर कैसे हो रहे हैं। बता दें कि एंड्रॉइड और iOs पर ‘जन औषधि सुगम’ नामक एक ऐप उपलब्ध है जिससे दवा खरीदने के लिए निकटतम केंद्र खोजने में मदद मिलती है।