कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश में 21 दिनों का लॉकडाउन जारी है लेकिन लोग अपनी आदतों से फिर भी बाज नहीं आ रहे हैं. मरकज से जुड़े लोगों को ढूंढने जब पुलिस एक गांव पहुंची तो लोगों ने पुलिस चौकी पर ही हमला बोल दिया.
दरअसल दिल्ली के निजामुद्दीन के मरकज से कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलने के बाद उत्तर प्रदेश के बरेली में पुलिस जमात से जुड़े लोगों की तलाश करने चौधारी गांव पहुंची थी. इज्जतनगर थाने की पुलिस जब गांव में तलाश करने पहुंची और कुछ लोगों को पकड़ लिया. यह देखकर गांव की प्रधान के पति और उनके समर्थकों ने पुलिसवालों पर हमला बोल दिया. इतना ही नहीं उन्होंने पुलिस चौकी को भी निशाना बनाया. करीब 500 की संख्या में मुस्लिमों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया. पुलिस टीम का नेतृत्व कर रहे आईपीएस अफसर अभिषेक वर्मा को भी इस हमले में चोटें भी आई हैं.
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पुलिस के द्वारा पकड़े गए लोगों को छुड़ाने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को ठेंगा दिखाकर सैकड़ों ग्रामीण सड़कों पर जमा हो गए. पुलिस ने जब उन्हें ऐसा करने से रोका तो उन लोगों ने हमला कर दिया. बता दें कि इससे पहले भी जमात से जुड़े लोगों की तलाश में पुलिस टीम पर देश के अलग-अलग हिस्सों में हमले हो चुके हैं.
गौरतलब है कि दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित मरकज से निकले कई जमाती कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इस बड़ी लापरवाही के लिये मरकज के संचालक मौलाना साद के खिलाफ केस भी दर्ज कर लिया गया है, लेकिन वो अभी तक फरार हैं. इस बीच क्राइम ब्रांच ने मौलाना साद को पूछताछ का सामना करने के लिए दूसरा नोटिस भेज दिया है.