राजधानी रांची के जिस शमीम की हत्या की आशंका जताते हुए उसकी पत्नी ने थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी, दो वर्ष बाद वह जिंदा घर लौटा। ओरमांझी थाना क्षेत्र के ईरबा स्थित एक प्लास्टिक फैक्ट्री में काम करने वाला कटकमसांडी हजारीबाग निवासी 52 वर्षीय शमीम खान पिता मोईन खान दो वर्ष पूर्व 20 सितंबर 2018 को ईरबा से अपने घर जाने के लिए बस में बैठा, लेकिन वह अचानक गायब हो गया। इसके बाद उसकी पत्नी शायदा खातून ने फैक्ट्री मालिक मो. अहमद मियां सहित तीन लोगों पर हत्या कर शव छिपाने का मामला दर्ज कराया।

पुलिस द्वारा हत्या कर शव गायब कर देने के इस सनसनीखेज मामले में कार्रवाई भी की जा रही थी। लेकिन अब मामले में नया मोड़ आ गया है। दो वर्ष बाद यूपी के इलाहाबाद से बरामद किए गए शमीम खान को पुलिस ने न्यायालय में प्रस्तुत कर उसके परिजनों को सौंप दिया है। जानकारी के अनुसार तीर्थयात्रा पर गए शमीम के गांव के एक व्यक्ति की बस इलाहाबाद के समस्तीपुर के एक ढाबा में रूकी। वहां उसने शमीम खान को काम करते देखा।
ग्रामीणा ने इसकी जानकारी गांव लौटकर उसने परिजन व ग्रामीणों को दी। बाद में पुलिस को सूचना दे कुछ लोग इलाहाबाद गए और शमीम के होने की पुष्टि की। इसके बाद उसे लाया गया। बताते चलें कि इस मामले में फैक्ट्री मालिक कांटाटोली सुल्तान लेन लोअर बाजार, रांची निवासी अहमद मियां, उनके बेटे मो. बजीउल्लाह व नवादा निवासी मुंशी रवींद्र सिंह आरोपित थे। हत्या व शव गायब करने के आरोप व लफड़ों से परेशान होकर आरोपितों ने अपनी फैक्ट्री तक बंद कर दी थी।
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