देश में जैसे-जैसे कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं वैसे-वैसे लोगों में डर और चिंताएं भी बढ़ती जा रही हैं. यही वजह है कि सोमवार को दिल्ली के नगर निगम हेड क्वार्टर में एक दर्जन से ज्यादा सफाई कर्मचारी पहुंचे और मेयर से मुलाकात की. इस दौरान सफाई कर्मचारियों ने अपने लिए मास्क सैनिटाइजर और ग्लव्स की मांग की.
दिल्ली सफाई कर्मचारी एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय गहलोत ने बताया, दिल्ली में 50,000 से ज्यादा सफाई कर्मचारी हैं. ऐसे में उन्हें इंफेक्शन का सबसे ज्यादा खतरा है.
सफाई कर्मचारी लोगों के घर-घर से कूड़ा उठाता है, लेकिन नगर निगम ने किसी भी तरह की सहूलियत नहीं दी है. उन्होंने कहा, ना हमें मास्क कर दिए गए हैं और ना ही हैंड ग्लव्स दिए गए हैं, जबकि सफाई कर्मचारियों को खुले हाथों से ही कूड़ा उठाना पड़ता है.
दरअसल, आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली में 50,000 से ज्यादा सफाई कर्मचारी हैं. इसमें पूर्वी दिल्ली एमसीडी में 17076, उत्तरी दिल्ली एमसीडी में 35465 और दक्षिणी दिल्ली एमसीडी में 27842 सफाई कर्मी हैं.
दिल्ली सफाई कर्मचारी एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय गहलोत कहते हैं कि अगर नगर निगम ने हमारी बातें अगले 2 दिन में नहीं मानी तो हमें मजबूरन काम ठप करना पड़ेगा, क्योंकि सबसे ज्यादा खतरा इंफेक्शन का सफाई कर्मचारियों को ही है.
वहीं, अखिल भारतीय मजदूर क्रांति दल ने भी नगर निगम को चेतावनी दी है कि अगर अगले कुछ दिन में सफाई कर्मचारियों को प्रॉपर गियर नहीं दिए गए तो वह 19 मार्च को नगर निगम हेड क्वार्टर में प्रदर्शन करेंगे, लेकिन सिर्फ सफाई कर्मचारी ही नहीं दिल्ली नगर निगम में भी कोरोना वायरस के खतरे से डरे हुए हैं.
दरअसल, नगर निगम हेडक्वार्टर में रोजाना दो हजार से ज्यादा लोग अपनी शिकायत लेकर पहुंचते हैं, लेकिन यहां की बिल्डिंग एक बार भी सैनिटाइज्ड नहीं की गई है.
उत्तरी दिल्ली नगर निगम में नेता विपक्ष और आम आदमी पार्टी के पार्षद सुरजीत पवार कहते हैं, इससे ज्यादा नगर निगम की लापरवाही और क्या होगी एक तरफ दिल्ली सरकार तमाम निर्देश दे रही है, तो वहीं दिल्ली नगर निगम अपने खुद के कर्मचारियों को सुरक्षित नहीं रख पा रही है.
यहां तक कि नगर निगम का हेड क्वार्टर एक बार भी सैनिटाइज नहीं किया गया है. ऐसे में अगर नगर निगम के किसी भी कर्मचारी को कोरोना वायरस का खतरा हुआ तो उसके लिए सीधे तौर पर मेयर और कमिश्नर जिम्मेदार होंगे.
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में नेता सदन कमलजीत सहरावत इन सभी आरोपों से इनकार करती है. कमलजीत कहती हैं, कोरोना वायरस का इलाज इसका बचाव है, हम लोगों को जागरूक करने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं.
फंड की कमी के चलते सफाई कर्मचारियों को मास्क और सैनिटाइजर नहीं मिल पाया है, लेकिन इसकी व्यवस्था की जा रही है. आने वाले कुछ दिनों में हम इसे सभी कर्मचारियों तक पहुंचा देंगे. नगर निगम हेड क्वार्टर को भी जल्द से जल्द सैनिटाइज कराया जाएगा, किसी को डरने की जरूरत नहीं है.