भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद कुछ ही देर में अपनी नई पार्टी का एलान करने वाले हैं। बताया जा रहा है कि कार्यक्रम में 28 पूर्व विधायक और 6 पूर्व सांसद भी शामिल हो सकते हैं। कार्यक्रम के आयोजन से पहले ही रविवार सुबह आयोजन की अनुमति को लेकर कार्यक्रम स्थल का माहौल बिगड़ गया।
आज सुबह जब कार्यक्रम के लिए भीम आर्मी कार्यकर्ता कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने लगे, तो पुलिस की ओर से अनुमति ना होने की बात कहकर गेस्ट हाउस का ताला बंद कर दिया गया।
हालांकि कुछ देर के लिए माहौल बिगड़ गया, लेकिन समझाने-बुझाने के बाद ताला खोलकर कार्यकर्ता हॉल में बैठ गए। बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देश के कई राज्यों से भीम आर्मी समर्थक आए हुए हैं।
चंद्रशेखर का यह कदम साल 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पश्चिमी यूपी की राजनीति में एक नया समीकरण बना सकता है।
भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर सहारनपुर में दलित और ठाकुरों में टकराव के बाद चर्चा में आए थे। सहारनपुर जेल से रिहा होने के बाद वे लगातार केंद्र व यूपी सरकार को चुनौती दे रहे हैं।
भीम आर्मी के मेरठ जिलाध्यक्ष विकास हरित ने बताया कि पार्टी की घोषणा का कार्यक्रम दिल्ली में होना था। जिसमें बड़ी संख्या में लोगों को जुटना था। लेकिन कोरोना वायरस के अलर्ट के चलते उन्हें दिल्ली में अनुमति नहीं मिली। इसके बाद नोएडा में कार्यक्रम निर्धारित किया गया।