दुनिया में फैले कोरोनावायरस के खतरे को लेकर महाराष्ट्र में भी एहतियात बरती जा रही है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगले आठ दिन काफी अहम हैं, हमें सतर्क रहना होगा।
हालांकि उन्होंने आश्वस्त किया कि राज्य सरकार कोरोनावायरस को लेकर हरसंभव कदम उठा रही है। बृहस्पतिवार को राज्य विधानसभा में कोरोनावायरस पर चर्चा के जवाब में उद्धव ठाकरे ने यह बात कही।
मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि कोरोना पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय है। पहले पुणे में ही बीमारी की जांच की सुविधा थी, लेकिन अब मुंबई और नागपुर में भी इस बीमारी के जांच की सुविधा उपलब्ध है। इसलिए बिना डरे कोरोना का मुकाबला करना है।
उन्होंने कहा कि अस्पतालों में अलग वार्ड तैयार रखने को कहा गया है। पहली नजर में यह सामने आया है कि ठंड में कोरोना के विषाणु ज्यादा दिनों तक जिंदा रहते हैं।
विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि कई विधायकों ने फोन कर मांग की कि कोरोना के खतरे को देखते हुए मौजूदा बजट सत्र स्थगित कर दिया जाए और 15 दिन के बाद फिर शुरू किया जाए।
कई विधायकों ने कहा कि एयरकंडीशनर के चलते कोरोनावायरस ज्यादा फैलता है। पटोले ने सरकार को निर्देश दिया कि लोगों में कोरोना का डर दूर करने के लिए जागरूकता मुहिम चलाई जाए।
उद्धव ने कहा कि जब स्वाइन फ्लू आया था तक मैंने अपनी पार्टी से सभी मंडलों को दही हंडी उत्सव न करने के लिए कहा था, जिसे सभी ने माना था। माना जाता है कि अमंगल होली में जल जाता है। मुझे उम्मीद है कि कोरोनावायरस भी होली में जल जाएगा।
भाजपा विधायकों ने कोरोना के बढ़ते मामलों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि एन 95 मास्क 50 रुपए की जगह 300-400 रुपए में बिक रहे हैं। कोरोना के खतरे को देखते हुए चीनी रंगों पर पाबंदी लगानी चाहिए। शिवसेना के रविंद्र वायकर ने भी चीनी रंगों और पिचकारी जैसे पर पाबंदी की वकालत की।