अफ्रीकी देश इथियोपिया में एक खतरनाक रहस्यमय बीमारी ने जन्म लिया है। इस बीमारी के चपेट में आने के बाद लोगों के नाक और मुंह से खून निकल रहा है और बाद में उनकी मृत्यु हो जा रही है।
स्थानिय लोग इस अज्ञात बीमारी के पीछे चीनी तेल ड्रिलिंग से निकल रहे टॉक्सिक वेस्ट (Toxic Waste) को कसूरवार ठहरा रहे हैं। बीमारी जो कथित रूप से सोमाली में एक गैस परियोजना के पास के गांवों में फैली है, वहां लोगों ने सूचना दी कि पहले पीड़ितों की आंखों पीली हो रही है और बुखार आने से पहले पूरे शरीर में सूजन और फिर अंत में मृत्यु हो जा रही है।
इसके अलावा इस अज्ञात बीमारी के अन्य लक्षणों में हथेलियां पीली हो जाना, भूख ना लगना और नींद न आना शामिल हैं। DailyMail ने Guardian की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि इथियोपिया की राजधानी अदीस अबाबा में बैठे अधिकारियों ने क्षेत्र में स्वास्थ्य और पर्यावरण संकट के सभी आरोपों से इनकार कर दिया है।
हालांकि, यह किस प्रकार की बीमारी है और इसका कारण क्या है इसका बात को लेकर अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं हुआ है, लेकिन इससे लोगों की जान जा रही है। वहीं, कई लोगों को संदेह है कि यह सब रासायनिक कचरे (Chemical Waste) के कारण हुआ है, जिसने क्षेत्र की जल आपूर्ति को जहर बराबर कर दिया है।
एक पीड़ित खादर आब्दी अब्दुल्लाही का कहना था कि इस महामारी के लिए जिम्मेदार कैलुब (गैस क्षेत्र) से फैल रहे विषाक्त पदार्थ (Toxins) हैं।
जिगजिगा निवासी अब्दुल्लाही जिनकी उम्र 23 साल थी, उन्हें अस्पताल से यह कहकर छुट्टी दे दी गई थी कि उनके पास इस बीमार का कोई इलाज नहीं है, वे कुछ नहीं कर सकते। जहां बाद में शख्स की मौत हो गई।
सोमाली क्षेत्रीय सरकार के एक सलाहकार ने दावा किया कि यह एक नई बीमारियां में से एक हैं जो इस क्षेत्र में पहले कभी नहीं देखी गई। इसके साथ ही उन्होंने साफ कहा कि यह बहुत स्पष्ट है कि POLY-GCL उन रसायनों का उपयोग करता है जो मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं।
बता दें कि चीन के POLY-GCL पेट्रोलियम इनवेस्टमेंट्स ने पिछले साल ही रेड सी राज्य में एक निर्यात टर्मिनल के लिए इथियोपियाई गैस के परिवहन के लिए जिबूती प्राकृतिक गैस पाइपलाइन बिछाने के लिए 767 किलोमीटर का रास्ता बनाने की योजना की पुष्टि की थी।