महा विकास आघाड़ी सरकार के मंत्री द्वारा मुस्लिमों को शिक्षा व नौकरी में पांच फीसदी आरक्षण देने की बात पर भाजपा ने शिवसेना पर निशाना साधा है।
पूर्व सीएम देंवेंद्र फडणवीस ने कहा, संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण का प्रावधान नहीं है। शिवसेना स्पष्ट करे कि क्या वह संविधान के खिलाफ जाकर इसे मंजूरी देगी।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा, मुस्लिमों को आरक्षण असांविधानिक है और इसका असर ओबीसी एवं मराठा आरक्षण पर होगा।
शिवेसना को इस पर जवाब देना चाहिए। उसे बताना होगा कि शिवसेना ने सत्ता हासिल करने के लिए अपनी विचारधारा के साथ साथ और किस-किस चीज का समझौता किया है।
उन्होंने कहा, बाबा साहेब आंबेडकर द्वारा बनाए संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण का प्रावधान नहीं है। मुस्लिमों को सामान्य श्रेणी में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के 10 फीसदी में ही कोटा दिया जा सकता है।
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा, मुस्लिम आरक्षण का कार्ड खेलकर कांग्रेस और एनसीपी शिवसेना को फंसा रहे हैं। शिवसेना पहले धर्म आधारित आरक्षण का विरोध करती रही है।
अब शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को महा विकास आघाड़ी का साथ छोड़ देना चाहिए और वापस भाजपा के साथ आ जाना चाहिए। हालांकि उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी आरपीआई (ए) महाराष्ट्र में मुस्लिमों को 5 फीसदी आरक्षण का विरोध नहीं करती है।