अखरोट सेवन का एक नया फायदा सामने आया है। एक अध्ययन में पाया गया है कि रोजाना अखरोट खाने से महिलाओं को बुढ़ापे में स्वस्थ रहने में मदद मिल सकती है। 65 साल की उम्र में कोई मानसिक समस्या या बड़ी बीमारी नहीं होने को स्वस्थ बुढ़ापा माना जाता है।
फ्रांस के बोर्डेएक्स पापुलेशन हेल्थ रिसर्च सेंटर के शोधकर्ताओं के अनुसार, 50 साल की उम्र में हर हफ्ते पचास ग्राम अखरोट खाने वाली महिलाएं उन महिलाओं की तुलना में ज्यादा स्वस्थ रह सकती हैं, जो अखरोट का सेवन नहीं करतीं। यह निष्कर्ष 33 हजार 931 महिलाओं पर किए गए अध्ययन के आधार पर निकाला गया है। पूर्व के एक अध्ययन में भी पाया गया था कि अखरोट सेवन का बुढ़ापे में शारीरिक अक्षमता और स्मृति में गिरावट के खतरे की रोकथाम पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। हृदय रोग और टाइप-2 डायबिटीज के जोखिम में भी कमी पाई गई थी।
शोधकर्ताओं ने पहनने योग्य एक नया सेंसर विकसित किया है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआइ) तकनीक से लैस इस सेंसर की मदद से चिकित्सक दूरदराज के इलाके में रहने वाले रोगियों में हार्ट फेल होने के खतरे को पहले ही भांप सकते हैं।
अमेरिका की उटाह यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अनुसार, ‘अध्ययन के नतीजे से जाहिर होता है कि हम रोगी को पता चलने से पहले ही हार्ट फेल होने के खतरे का सटीक अनुमान लगा सकते हैं। इससे चिकित्सकों को समय रहते ही बचाव के उपाय करने में मदद मिल सकती है।’ शोधकर्ताओं ने औसतन 68 साल की उम्र वाले करीब 100 रोगियों पर नए सेंसर का परीक्षण किया। यह सिस्टम 80 फीसद तक सटीक अनुमान लगाने में सफल पाया गया।