पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सरकार की मुसीबत बढ़ती जा रही है. कांग्रेस विधायक और हॉकी खिलाड़ी परगट सिंह ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को खत लिखकर बड़ा आरोप लगाया है.
भ्रष्टाचार के बहाने अमरिंदर सरकार पर निशाना साधते हुए परगट सिंह ने कहा कि शराब और खनन माफियाओं पर अंकुश लगाने में पंजाब सरकार नाकाम है. परगट सिंह आठवें विधायक हैं, जिसने अपने सरकार के खिलाफ आवाज उठाई है.
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को लिखे पत्र में कांग्रेस विधायक परगट सिंह ने कहा कि हमने भ्रष्टाचार को खत्म करने का वादा किया था, लेकिन भ्रष्टाचार को रोकने में हम नाकाम साबित हो रहे हैं.
भ्रष्टाचार के बड़े मामले या तो बंद हो जा रहे हैं या फिर कार्रवाई होने की प्रक्रिया के बीच में ही रूक जा रहे हैं. हालांकि परगट ने यह खत एक महीने पहले लिखा था. इस खत को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी भेजा गया है.
कांग्रेस विधायक परगट सिंह ने भ्रष्टाचार, खनन और शराब माफिया के कई उदाहरणों का हवाला दिया है जो राज्य के तंगहाली के लिए जिम्मेदार थे.
परगट सिंह ने अपने खत में सीएम अमरिंदर को यह भी याद दिलाया कि यह उनका दूसरा खत है. उन्होंने कहा कि पंजाबियों को सरकार के प्रदर्शन से निराशा हो रही है. निराशा के पीछे एक कारण ड्रग माफियाओं पर कार्रवाई भी है, जो वादे के मुताबिक नहीं किया गया है.
परगट सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार का खजाना खाली है और पंजाब की वित्तिय स्थिति को सुधारने के लिए बादल सरकार के दौरान खोले गए बड़े साइफन को बंद करने की जरूरत थी.
हमें रेत और शराब की आपूर्ति के लिए सरकारी निगम बनाने की जरूरत है. परगट सिंह ने कहा कि रेत से बहुत लाभ हो रहा है, लेकिन पैसा निजी जेबों में जा रहा है.
परगट सिंह को पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू का करीबी माना जाता है. वह अपनी सरकार के खिलाफ बोलने वाले आठवें पार्टी विधायक हैं.
इससे पहले नवजोत सिंह सिद्धू, सुरजीत धीमान, रणदीप सिंह, निर्मल सिंह, हीरा पाल कंबोज, मदन लाल जलालपुर, राजेंद्र सिंह और राजा वारिंग ने कैप्टन सरकार के कामकाज पर सवाल उठाए थे.