नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ शाहीन बाग अनवरत प्रदर्शन चल रहा है. वैलेंटाइन डे के दिन 14 फरवरी की शाम शाहीन बाग में पुलवामा के आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी गई. इस दौरान स्कूली बच्चों ने कार्यक्रम प्रस्तुत कर शहीदों को याद किया.
फिल्म निर्माता और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार के कट्टर आलोचक अनुराग कश्यप भी शाहीन बाग पहुंचे. समाचार एजेंसी के अनुसार कश्यप ने शाहीन बाग में चल रहे विरोध-प्रदर्शन की पहचान बन चुकी दादियों से भी मुलाकात की. उन्होंने विवादों के केंद्र में रही बिरयानी भी चखी. इस दौरान अनुराग कश्यप ने मंच से अनशनरत लोगों को संबोधित भी किया.
कश्यप ने कहा कि सत्ता में बैठे लोग अनशन खत्म करने का कोई कारण दे दें. उन्होंने कहा कि जब आप अपने अधिकारों के लिए लड़ते हैं, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप सच्चाई से न डिगें. कश्यप ने कहा कि उन्हें कोई मौका न दें कि वे आपको बल प्रयोग कर यहां से हटा सकें. कश्यप ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि वे प्यार की भाषा नहीं समझते.
फिल्म निर्माता कश्यप ने कहा कि यही उनके साथ लड़ाई का एकमात्र तरीका है. उन्होंने कहा कि वे खुद नहीं जानते कि वे चाहते क्या हैं. कश्यप ने गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार ने सीएए को लेकर जो दावे किए हैं, उन पर व्यक्तिगत तौर पर खुद उन्हें भी विश्वास नहीं होगा. 15 दिसंबर से शुरू हुआ प्रदर्शन जारी रखने का आह्वान करते हुए कश्यप ने कहा कि अगर हमारे पास गलत जानकारी है, तो वे आकर हमें समझाएं.
इससे पहले स्कूली बच्चों ने देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति कर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. वहीं शहीदों को याद करते हुए लोगों ने एक मिनट का मौन भी रखा. इससे पहले अनुराग कश्यप जामिया भी गए और कहा कि यहां आकर मुझे यह एहसास हो रहा है कि हम जिंदा हैं. बता दें कि 15 दिसंबर से ही शाहीन बाग में महिलाएं धरने पर बैठी हैं.