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मीडिया खबरों के मुताबिक कोरोनावायरस के संदिग्ध इस शख्स ने सख्त नियमों का उल्लंघन किया था। उसे आइसोलेशन कक्ष में रहना था, लेकिन उसे सार्वजनिक स्नान वाले स्थान पर देखा गया था। पिछले 30 दिनों में चीन से लौटने वाले सभी उत्तर कोरियाई नागरिकों को आइसोलेशन कक्ष में रखा जा रहा है। इस बीच रेड क्रॉस ने कोरोनावायरस से बचाव के लिए उत्तर कोरिया पर लगे प्रतिबंधों को तुरंत रूप से हटाने का आग्रह किया है। एक बयान में कहा गया है, ‘हमें पता चला है कि वहां सुरक्षात्मक उपकरणों और टेस्टिंग किट की आपात जरूरत है।’
उत्तर कोरिया ने अब तक कोरोनावायरस के मरीजों की संख्या को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। मगर स्थानीय मीडिया का कहना है जिन लोगों में लक्षण दिखाई दिए थे, उन्हें 30 दिन तक आइसोलेशन में रहना होगा। सभी सरकारी संस्थानों और उत्तर कोरिया में रह रहे विदेशियों पर यह नियम लागू होंगे।
दुनियाभर से कटे उत्तर कोरिया ने चीन से आने वाले विमान और ट्रेन सेवा को बंद कर दिया है। इसके अलावा यहां आने वाले प्रत्येक विदेशी को एक हफ्ते तक आइसोलेशन वार्ड में रहना जरूरी है। अंतरराष्ट्रीय पर्यटन पर प्रतिबंध लगाने के साथ उसने अपनी अंतरराष्ट्रीय सीमा भी बंद कर दी है।
दक्षिण कोरिया के कुछ मीडिया संस्थानों ने उत्तर कोरिया में कोरोनावायरस के मरीजों और इससे लोगों के मरने का दावा किया है, लेकिन प्योंगयांग में मौजूद विश्व स्वास्थ्य संगठन के अधिकारी ने इस संबंध में किसी तरह की जानकारी नहीं होने की बात कही है।