पश्चिमी विक्षोभ और जम्मू – कश्मीर में एक द्रोणिका बनने के बाद इसका असर छत्तीसगढ़ पर पड़ रहा है। जम्मू-कश्मीर से ठंडी हवाएं आ रही हैं, जिसकी वजह से उत्तर छत्तीसगढ़ में अब भी कड़ाके की ठंड पर रही है।

सरगुजा संभाग के मुख्यालय अम्बिकापुर में पिछले दिन का न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेंटीग्रेट रहा। वहीं राजधानी रायपुर, धमतरी, बिलासपुर सहित कई जिलों में बादल छाए हुए हैं।
बस्तर संभाग में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश भी हुई है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक आगामी 24 से 48 घंटों के बीच राज्य के कई इलाकों में हल्की बारिश और ओला वृष्टी भी हो सकती है।
रायपुर में तापमान में बदलाव आया है और न्यूनतम और अधिकतम तापमान में पिछले दिन के मुकाबले करीब 2 डिग्री की गिरावट आई है। बिलासपुर और सरगुजा संभाग में शीतलहर की स्थिति बनी हुई है।
प्रदेश के सभी संभागों में न्यूनतम तापमान में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। न्यूनतम तापमान रायपुर संभाग में सामान्य और बस्तर संभाग में सामान्य से अधिक रहा। दुर्ग और सरगुजा संभागों में सामान्य से उल्लेखनीय कम और बिलासपुर संभाग में सामान्य से कम रहा।
उत्तर भारत से चल रही सर्द हवाओं के चलते सरगुजा संभाग एक बार फिर से शीतलहर की चपेट में है। पिछले चार दिनों से तापमान 10 डिग्री से नीचे बना हुआ है।
सोमवार को अंबिकापुर का न्यूनतम तापमान 7.1 डिग्री दर्ज किया गया। पिछले कुछ दिनों से उत्तरी छत्तीसगढ़ में मौसम बदला हुआ था, पश्चिमी विक्षोभ के कारण लगातार तापमान में उतार-चढ़ाव होता रहा।
कहीं-कहीं इस दौरान बारिश भी हुई। पिछले तीन दिनों से मौसम साफ होने के बाद ठंड का फिर से पलटवार हुआ है। अंबिकापुर में तापमान छह और सात डिग्री के करीब बना हुआ है।
मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार से एक बार फिर मौसम बदलने की संभावना है। जम्मू कश्मीर में सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ के असर से एक बार फिर उत्तरी छत्तीसगढ़ में मौसम बिगड़ने वाला है। इस दौरान कहीं-कहीं बारिश और ओलावृष्टि की भी संभावना जताई गई है।
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