बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमले के बाद जदयू से प्रशांत किशोर को निकाले जाने के बाद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने कहा कि जदयू से निष्कासित प्रशांत किशोर यदि उनकी पार्टी में शामिल होना चाहते हैं तो उनका स्वागत है।
यादव ने साथ ही किशोर पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की अमर्यादित टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए उन्हें सोच समझ कर बोलने का सुझाव दिया है। तेजप्रताप ने कहा कि सार्वजनिक तौर पर खासकर मीडिया में इस तरह के बयान से उन्हें परहेज करना चाहिए ।
उन्होंने कहा कि जगदानंद जी को मैं पिता तुल्य और अभिभावक मानता हूं पर उन्हें इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए, यह गलत है । दरअसल जगदानंद ने जदयू की तुलना ‘ नाली ‘ से करते हुए कहा था ‘हम नहीं समझ पा रहे हैं।
गंदी नाली से आप बाल्टी से पानी निकालोगे तो क्या उसे अपने रसोई घर या पीने के लिए प्रयोग करेंगे। हम नीतीश नहीं हैं कि संघ मुक्त भारत की बात करें और संघ की गोदी में चले जाएं। जिन्हें हम लोगों ने गंदा मान लिया सदा के लिए मान लिया ।
इस बीच कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि प्रशांत की पहचान एक चुनावी रणनीतिकार के रूप में है। जब चुनाव का समय आएगा और पार्टी के भीतर विचार होगा कि उनकी क्या उपयोगिता है तो पार्टी आलाकमान से बात करेंगे।