हेलो…मैं … बोल रहा हूं…दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पिछले पांच साल में बिजली-पानी, स्कूल-अस्पताल सहित हर क्षेत्र में रिकॉर्ड काम कराए हैं…म्हारे ही प्रदेश के हैं केजरीवाल… इसलिए दिल्ली के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को ही वोट देना है…अपने दूसरे यार-दोस्तों और रिश्तेदारों को भी मोबाइल पर कॉल कर वोट आप उम्मीदवारों को दिलवाओ ताकि अरविंद फिर से सरकार बनाएं। इसका फायदा हरियाणा को होगा। इन दिनों दिल्ली के मतदाताओं के पास कुछ ऐसे ही फोन आ रहे हैं हरियाणा में रह रहे रिश्तेदारों और जानकारों के।
हरियाणा के लोगों से दिल्ली में रह रहे रिश्तेदारों और यार-दोस्तों को फोन करा रही आप
मतदाताओं से डोर-टू-डोर, चुनावी रैली-जनसभाओं और सोशल मीडिया के जरिये संपर्क के जरिये धुआंधार चुनाव प्रचार में लगी आप ने दिल्ली में हरियाणवी मूल के वोटरों को साधने के लिए यह रणनीति अपनाई है। हरियाणा में बाकायदा कॉल कैंपेन छेड़ा गया है जिसके जरिये दिल्ली में रह रहे रिश्तेदारों और यार-दोस्तों को मोबाइल पर फोन कर आप समर्थक केजरीवाल की पार्टी को वोट देने की सिफारिश कर रहे। दो-तीन मिनट की कॉल में न केवल बीते पांच साल में दिल्ली में केजरीवाल सरकार द्वारा कराए गए काम गिनाए जाते हैं, बल्कि आगे के रोडमैप की जानकारी भी दी जाती है।
डेढ़ करोड़ वोटरों में से 30 से 40 लाख का हरियाणा से सीधा कनेक्शन, डेढ़ दर्जन सीटों पर हार-जीत करते तय
दिल्ली की करीब डेढ़ दर्जन विधानसभा सीटों पर हरियाणा मूल के लोगों का बोलबाला है। दिल्ली के कुल डेढ़ करोड़ मतदाताओं में से करीब 30 से 40 लाख लोगों का हरियाणा से कोई न कोई कनेक्शन है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद हिसार जिले के सिवानी से हैं।
हरियाणवी कनेक्शन वाले 15 से 20 फीसद मतदाता दिल्ली चुनावों को सीधे तौर पर प्रभावित कर सकते हैं। यही वजह है कि आम आदमी पार्टी ने इन मतदाताओं को साधने के लिए हरियाणा प्रधान नवीन जयहिंद की अगुवाई में कई तरह के अभियान छेड़े हुए हैं। आप संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विशेष रूप से जयहिंद को बाहरी दिल्ली की सीटों के प्रचार की कमान सौंप रखी है।
अरविंद केजरीवाल दिल्ली में सत्ता की वापसी के लिए हरियाणवी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की टीम के सहयोग से बाहरी दिल्ली के मतदाताओं को साधने का कोई मौका हाथ से नहीं जाने दे रहे। हरियाणा की टीमें पहले भी दो बार दिल्ली में केजरीवाल के लिए माहौल तैयार करने में अहम भूमिका अदा कर चुके हैं। अन्ना हजारे के आंदोलन में भी हरियाणा के कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका रही थी। इसके चलते आप सुप्रीमो ने हरियाणा की पूरी प्रदेश इकाई को बाहरी दिल्ली के रणक्षेत्र में लगा दिया है।
इन सीटों पर हरियाणा का सीधा दखल
दिल्ली के बाहरी इलाके में आने वाली जिन सीटों पर हरियाणवी सीधे तौर पर प्रभावित करते हैं, उनमें बवाना, मुंडका, नजफगढ़, बिजवासन, पालम, छतरपुर, बदरपुर, नागलोई, मटियाला, बादली, नरेला, बुराड़ी, रिठाला, देवली, किराड़ी और उत्तमनगर सीटें शामिल हैं। इन विधानसभा सीटों पर हरियाणा की अहम भूमिका समझी जाती है। रिंग रोड के बाहरी इलाके में आती इन सीटों पर पार्टियां सीधे तौर पर हरियाणा के लोगों की वजह से जीतती-हारती रही हैं।
हरियाणा आप की 51 टीमों ने संभाल रखा सोशल मीडिया पर प्रचार का दायित्व
दिल्ली विधानसभा चुनाव में सोशल मीडिया की भूमिका अहम रहेगी। इसके चलते आप ने सोशल मीडिया पर आक्रामक प्रचार और भाजपा-कांग्रेस के हमलों का जवाब देने के लिए विशेष टीमें बनाई हैं। हरियाणा आप से जुड़े पदाधिकारियों और वर्करों की 51 टीमें गठित की गई हैं जिन्होंने सोशल मीडिया पर मोर्चा संभाला हुआ है। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म पर काम रही इन टीमों की कमान सोशल मीडिया हेड हेड सुधीर यादव को सौंपी गई है। यह टीमें फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और वाट्स-एप पर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहीं।
हर दिन 20 से 100 कॉल : नवीन जयहिंद
दक्षिण दिल्ली में चुनाव अभियान की बागडोर संभाल रहे हरियाणा आप के प्रधान नवीन जयहिंद ने दावा किया कि कॉल अभियान निर्णायक साबित होगा। हमने हरियाणा में पार्टी से जुड़े लोगों और कार्यकर्ताओं की ड्यूटी कॉल कैंपेन में लगाई है। रोजाना पार्टी के वर्कर और समर्थक दिल्ली में रह रहे 20 से 100 मतदाताओं को कॉल कर उन्हें केजरीवाल के समर्थन में मतदान की अपील कर रहे हैं। न केवल फोन कर रहे, बल्कि सरकार की उपलब्धियां भी गिनाई जा रही हैं ताकि वह सही-गलत का फैसला कर सकें। मिल रहे रिस्पॉंस से पूरा भरोसा है कि पार्टी दिल्ली में फिर सरकार बनाएगी।