नागरिकता संशोधन एक्ट के समर्थन में रैली करने लखनऊ पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह विपक्ष पर जमकर बरसे. समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव पर तीखा हमला करते हुए अमित शाह ने कहा कि CAA के मसले पर अखिलेश यादव ना बोलें तो ही बेहतर रहेगा.
लखनऊ की सभा में अमित शाह विपक्ष पर जमकर बरसे और अखिलेश यादव को आड़े हाथों लिया. अमित शाह ने कहा, ‘अखिलेश बाबू, ज्यादा ना बोले तो अच्छा हैं. किसी के रटे रटाए वाक्य बोल देते हो, मंच पर आकर CAA पर कुछ शब्द कह सकें तो बताएं.’
केंद्रीय गृह मंत्री ने सपा प्रमुख पर तंज कसते हुए उन्हें सलाह दी और कहा कि अखिलेश कभी पढ़ा करें, पढ़ने से फायदा होता है. गौरतलब है कि अखिलेश यादव लगातार सोशल मीडिया के जरिए मोदी और योगी सरकार पर हमला करते रहे हैं.
गृह मंत्री ने कहा कि दलित बंगालियों को आज नागरिकता मिल रही है तो ममता बनर्जी को दिक्कत हो रही है. विपक्ष को आदत पड़ गई है कि देशहित की जो भी बात हो उसका विरोध करना है.
अयोध्या में राम मंदिर के फैसले पर भी लखनऊ में अमित शाह ने बात की. गृह मंत्री ने सुप्रीम कोर्ट में इस केस को लटकाने का कांग्रेस पर आरोप लगाया. अमित शाह ने कहा कि 500 साल पहले अयोध्या में भगवान राम का मंदिर तोड़ दिया गया था, जबतक कांग्रेस थी तबतक मंदिर नहीं बन पाया. जैसे ही कोर्ट में केस आता था, तो कांग्रेस के कपिल सिब्बल अड़ंगा लगाते थे.
शाह बोले कि लेकिन अब मैं आपको बताता हूं कि तीन महीने में अयोध्या में आसमान को छूता हुआ राम का मंदिर बनने जा रहा है. इसका भी कांग्रेस-मायावती-अखिलेश विरोध कर रहे थे.
अमित शाह ने यहां कहा कि 2 साल पहले JNU में देश विरोधी नारे लगे, ऐसा करने वालों को मोदी जी ने उन्हें देश में डाला है. लेकिन विपक्ष वाले इसे स्वतंत्रता का अधिकार बता रहे हैं. मैं विपक्ष को बताना चाहता हूं कि हमें गाली दें, लेकिन जो भारत माता के खिलाफ नारे लगाएगा उसे जेल के पीछे डाल दिया जाएगा.