आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (Islamic State) यानी ISIS के सरगना अबू बकर अल-बगदादी (Abu Bakr al-Baghdadi) के खात्मे के बाद उसके नए सरगनाओं को लेकर अलग अलग रिपोर्टों में विभिन्न दावे किए जाते रहे हैं।
अब अखबार The Guardian (द गार्जियन) ने अपनी रिपोर्ट में खुफिया सेवाओं के हवाले से एक नया दावा किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि खुफिया सेवाओं ने ISIS के नए सरगना की पहचान आमिर मोहम्मद अब्दुल रहमान अल मवली अल-सल्बी (Amir Mohammed Abdul Rahman al-Mawli al-Salbi) के रूप में की है।
रिपोर्ट में दो खुफिया सेवाओं के अधिकारियों के हवाले से बताया कि अल-सल्बी (Amir Mohammed Abdul Rahman al-Mawli al-Salbi) आईएस (ISIS) के संस्थापकों में से एक है। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि इराक में अल-सल्बी के नेतृत्व में ही यजीदी अल्पसंख्यों पर बर्बर कार्रवाइयों को अंजाम दिया गया था। यही नहीं दुनिया के अलग अलग हिस्सों में आतंकी उसी की देख रेख में हमलों को अंजाम देते थे। रिपोर्ट के मुताबिक, सल्बी का जन्म इराक के ताल अफरा शहर में हुआ था। तुर्कमेन परिवार के सल्बी ने मोसुल यूनिवर्सिटी से शरिया कानून की डिग्री ली है।
वहीं जानकारों का कहना है कि बगदादी को मौत के घाट उतारे जाने के बाद ISIS कोई भी बड़ा खतरा नहीं उठाना चाहता है। यही कारण है कि उनके नए सरगना के बारे में कोई भी जानकारी पुख्ता तौर पर कहीं भी मौजूद नहीं है।
गार्जियन की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बगदादी के मारे जाने के कुछ ही घंटों के भीतर ही ISIS ने आमिर मोहम्मद अब्दुल रहमान अल मवली अल-सल्बी (Amir Mohammed Abdul Rahman al-Mawli al-Salbi) को अपना नया सरगना चुन लिया था। ऐसे में माना जा रहा है कि Islamic State की पूर्व घोषणा दुनिया को गुमराह करने के मकसद से की गई हो।