गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी मेला शुरू हो चुका है। गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ भोर में 4 बजे गुरु गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने पहुंचे तो कालीबाड़ी के महंत रवींद्र दास तुलसीपुर के महंत मिथिलेश, शांतिनाथ महाराज व वाराणसी से आये कई महंत उनके साथ थे। पूजा अर्चना के बाद सभी सन्तों ने खिचड़ी चढ़ाई। इसी क्रम में योगी ने नेपाल नरेश की भी खिचड़ी चढ़ाई। उसके बाद मन्दिर के कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। कपाट खुलने के बाद हर हर महादेव और गुरु गोरखनाथ के जयकारे के साथ श्रद्धालुओं ने खिचड़ी चढ़ानी शुरू की, जो सिलसिला अभी भी जारी है।
मंदिर के बाहर पहले से भारी संख्या में उमड़े भक्तों ने दरवाजा खुलते ही मंदिर में खिचड़ी चढ़ाना शुरू कर दिया। दिल्ली से आए करोलबाग गोरखनाथ मंदिर के भक्त भी पहले से कतार में खड़े होकर इंतजार कर रहे थे। जैसे ही आम भक्तों की खिचड़ी चढ़नी शुरू हुई, उन सभी लोगों ने भी अपनी खिचड़ी चढ़ाना शुरू कर दी।
एक तरफ भक्त खिचड़ी चढ़ा रहे थे तो दूसरी तरफ कतार लगे लोग गुरु गोरखनाथ का जयकारा लगा रहे थे। भीषण सर्दी का भी भक्तों पर कोई विशेष असर नहीं था। हाथ में चावल दाल की पोटली लिए भक्त हर हर महादेव जय गुरु गोरखनाथ का लगातार जयकारा लगा रहे हैं।
दूर दूर से गुरु गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने के लिए आए भक्त देर रात में ही भीम सरोवर में स्नान कर लाइन में लग गए। सुबह चार बजे ही हजारों की संख्या में श्रद्धालु लाइन में खड़े होने लगे थे। सबसे बड़ी बात, महिलाएं भी अच्छी खासी संख्या में लाइन में लग गई हैं। मंदिर के स्वयं सेवक बीच में बल्ली लगाकर भीड़ को रोक रहे हैं। किसी को असुविधा न हो इस बात का ध्यान वालंटियर दे रहे हैं।