आज 13 जनवरी को लोहड़ीमनाई जा रही है. यह त्यौहार पंजाब और हरियाणा में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. यह त्यौहार हिंदू धर्म के प्रमुख त्यौहार मकर संक्रांति से एक दिन पहले पड़ता है. इस बात चूंकि सूर्य मकर राशि में 15 जनवरी को रात 2 बजकर 23 मिनट पर प्रवेश करेगा इसलिए मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी. कुछ लोग लोहड़ी 14 जनवरी को मनाएंगे वहीं कई लोग 13 जनवरी को ही लोहड़ी मना लेंगे.
इसलिए मानते हैं लोहड़ी:
शरद ऋतु के आखिरी में जब फसलों की कटाई का समय होता है तब लोहड़ी का त्यौहार मनाया जाता है. लोहड़ी का त्यौहार दरअसल प्रकृति को फसल की अच्छी पैदावार के लिए शुक्रिया अदा करने के तौर पर मनाया जाता है. इस दिन फसलों की कटाई की जाती है. इस दिन किसान प्रकृति से यह विनती करते हैं कि भविष्य में भी उनके खेतों की पैदावार अच्छो हो.
लोहड़ी का त्यौहार शाम के वक्त पूरे ढोल नगाड़ों के साथ पूरी धूमधाम से मनाया जाता है. शाम को लोग अपने घरों के बाहर लोहड़ी जलाते हैं. इसमें मूंगफली, गजक, तिल से बनी चीजें और मक्के से बना सामान डालकर आग की परिक्रमा की जाती है. पुरुष और महिलाएं इस दौरान पारंपरिक वस्त्र धारण करते हैं. पंजाबी लोकगीतों से पूरा समां गूंज जाता है. इस दिन दुल्ला भट्टी को लोग याद करते हैं जिन्होंने पंजाब की लड़कियों की रक्षा की थी.
इस त्यौहार को वसंत ऋतु के आगमन के तौर पर भी मनाया जाता है. इसलिए रवि की फसलों से उपजे अन्न को अग्नि में समर्पित करते हैं, नई फसलों का भोग लगातक देवताओं से धन और संपन्नता की कामना की जाती है