केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने जेएनयू छात्रों से प्रदर्शन समाप्त करने और अकादमिक सत्र शुरू होने देने की अपील की है। इसके साथ ही उन्होंने जेएनयू में हुए हमलों की जांच में मदद करने की भी अपील की है। इसके साथ ही उन्होंने विपक्षी दलों पर छात्रों को बरगलाने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि CPI, CPI-M और आप जैसी पार्टियों को लोकसभा चुनावों में जनता ने खारिज कर दिया और अब वो अपने राजनीतिक उद्देश्यों के लिए छात्रों का दुरुपयोग कर रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस की आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस से यह साबित हो गया कि पिछले 5 दिनों से ABVP, BJP और अन्यों को दोष देने के लिए जानबूझकर झूठ फैलाया गया। वामपंथी संगठनों ने पूर्व नियोजित हिंसा की, सीसीटीवी बंद किए और सर्वर डैमेज किए।
गौरतलब है कि 5 जनवरी, 2020 यानि रविवार को जेएनयू में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और वामपंथी छात्र संगठनों में हुई झड़प के दौरान कई छात्र घायल हो गए थे।
दोनों ही गुट एक दूसरे पर पत्थर फेंकने और लाठी से मारपीट का आरोप लगा रहे थे। इस घटना के बाद घायल छात्र-छात्राओं को एम्स और सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करा दिया गया था।
शुक्रवार को इस मामले में जेएनयू हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस की पीसी शुरू की। पीसी में पुलिस ने बताया कि उन्होंने 9 लोगों की पहचान की है, इनमें पंकज मिश्रा, आइशी घोष, योगेंद्र भारद्वाज, सुचेता तालुकदार, प्रिय रंजन, चुनचुन कुमार, विकास पटेल, डोलन सामंता का नाम शामिल है। इस घटना एक वीडियो वायरल हुआ था जिससे कुछ लोगों की पहचान की गई है। अब जेएनयू हिंसा में पहचाने गए 8 लोगों से जवाब मांगा गया है।