तृणमूल प्रमुख व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 65 साल की हो गईं हैं। 5 जनवरी 1955 को कोलकाता में जन्म लेने वाली ममता सादगी से जीवन बसर करने में विश्वास रखती हैं।
भारतीय राजनीति में अलग पहचान रखने वाली और लोगों के बीच दीदी के नाम से विख्यात ममता बनर्जी एक ऐसी महिला हैं जिन्होंने पश्चिम बंगाल की सत्ता पर 34 सालों से आसीन वाममोर्चा सरकार को उखाड़ फेंका था और 2011 से बंगाल की सत्ता पर आसीन हैं। ममता दीदी की एक पहचान विरोधियों को करारा जवाब देने की है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का जन्म 5 जनवरी, 1955 को कलकत्ता (अब कोलकाता) के एक लोअर मिडिल क्लास परिवार में हुआ था। इनके पिता एक फ्रीडम फाइटर थे, जिनकी मौत दवा की सुविधाएं न मिलने से हो गई थी।
जब ममता के पिता की मौत हुई, तब वे सिर्फ 17 साल की थीं। ममता ने बहुत ही कम उम्र में अपने परिवार की जिम्मेदारी संभाली। फिर भी, वह स्कूल और कॉलेज जाने में सक्षम थीं, उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय से लॉ में स्नातक की डिग्री और आर्ट्स में मास्टर की डिग्री ली है।
बता दें कि ममता जब स्कूल में थीं, तब से ही राजनीति में सक्रिय हैं। उन्होंने बंगाल में सबसे पहले कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की थी और उसमें कई विभिन्न बड़े पदों पर काम किया। वह पहली बार 1984 में लोकसभा सदस्य बनी थीं।
उन्होंने इस चुनाव में जादवपुर लोकसभा सीट पर सोमनाथ चटर्जी को हराया था। 1996, 1999, 2004 और 2009 में ममता साउथ कोलकाता सीट से लोकसभा सांसद चुनी गईं। बता दें कि 1997 में ममता ने कांग्रेस से मनमुटावों के चलते कोलकाता में अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) बनाई थी।