दिल्ली विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं. इसे लेकर सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में चल रहे आक्रामक वार-पलटवार के बीच कांग्रेस ने भी चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं. प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा जहां वादे पर वादे कर रहे हैं, वहीं अब पार्टी ने भी चुनाव के लिए कमर कसनी शुरू कर दी है. कांग्रेस ने इसके लिए प्रदेश कार्यालय में कंट्रोल रूम बनाया है.
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बनाए गए इस वार कंट्रोल रूम के जरिए कांग्रेस 70 विधानसभा सीटों पर नजर रखेगी. विधानसभा में होने वाली सभी रैलियों के साथ ही सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक, ट्विटर की मॉनिटरिंग भी इसी वार कंट्रोल रूम से रखी जाएगी. ऐसा पहली बार है, जब दिल्ली कांग्रेस ने किसी चुनाव के लिए वार कंट्रोल रूम बनाया गया है.
गौरतलब है कि साल 2015 और 2013 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने किसी भी प्रकार का कोई कंट्रोल रूम तैयार नहीं किया था, लेकिन इस बार कांग्रेस ने कंट्रोल रूम बनाकर यह संदेश दे दिया है कि वह चुनाव मैदान में पूरे दमखम के साथ उतरेगी. इसके साथ ही अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सोशल मीडिया हेड रोहन गुप्ता ने इस संबंध में बताया कि इससे पहले कांग्रेस की तरफ से हरियाणा और मध्य प्रदेश के चुनाव के लिए भी इसी तरीके के कंट्रोल रूम तैयार किए गए थे.
कांग्रेस के सोशल मीडिया हेड ने कहा कि हरियाणा और मध्य प्रदेश में इस तरह की तैयारी के अच्छे नतीजे मिले. पार्टी को अच्छी जीत मिली थी. उन्होंने कहा कि इस कंट्रोल रूम के जरिये कांग्रेस दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के 15 साल के कामकाज को भी दिल्ली की जनता के बीच लेकर जाएगी.