हरियाणा शिक्षा बोर्ड के तहत सरकारी और निजी स्कूलों में वैदिक गणित की भी पढ़ाई होगी। तीसरी से 10वीं कक्षा तक का पाठ्यक्रम तैयार कर लिया गया है। इस पाठ्यक्रम को शैक्षिक सत्र 2020-21 में स्कूली शिक्षा में लागू करने के लिए प्रदेश शिक्षा विभाग को भेज दिया गया है। फिलहाल अभी प्रोजेक्ट वर्क के माध्यम से छात्रों को भारतीय पारंपरिक गणित के पहलुओं से रूबरू करवाया जा रहा है।

शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय सचिव अतुल कोठारी के मुताबिक, वैदिक गणित को देशभर के स्कूली पाठ्यक्रम में लागू करने के लिए केंद्र सरकार को इससे पहले सुझाव दिया गया था। इसके अलावा नई शिक्षा नीति में भी शिक्षाविदों ने वैदिक गणित को शामिल करने की सिफारिश कर रखी है। हरियाणा के स्कूलों में वैदिक गणित के माध्यम से पढ़ाई करवाने से पहले जिलास्तर पर 1500 शिक्षकों को विशेष ट्रेनिंग दी गई है। साथ ही पीजीटी के 920 लेक्चरार को भी ट्रेनिंग दी गई है।
शिक्षकों ने ट्रेनिंग के आधार पर सुझाव दिया है कि यदि वैदिक गणित पाठ्यक्रम लागू होता है तो फिर बच्चे गणित विषय से बिल्कुल नहीं डरेंगे। गणित की परीक्षा में फेल का प्रतिशत कम हो जाएगा। इसके अलावा सीबीएसई द्वारा शुरू किए गए गणित के दो पेपर (बेसिक और स्टैंडर्ड मैथ्स) भी नहीं लाने पड़ेंगे, क्योंकि वैदिक गणित में बेहद आसानी से गणित को समझाया जा सकता है।