कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स एसोसिएशन(कैट) ने ऑनलाइन कंपनियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अगले महीने छह से आठ जनवरी तक दिल्ली में कैट का राष्ट्रीय महाधिवेशन होगा।
इस महाधिवेशन में कैट द्वारा इन कंपनियों के खिलाफ बड़ी रणनीति बनाई जाएगी। कैट का कहना है कि ये ऑनलाइन कंपनियां देश से रिटेल व्यापार को पूरी तरह से बर्बाद करने पर तुल गई है और इन पर लगाम लगाना जरूरी है। अगर नहीं लगाया गया तो रिटेल व्यापार पूरी तरह से समाप्त हो जाएंगे और इस पर इन कंपनियों का कब्जा हो जाएगा।
कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी का कहना है कि इन कंपनियों द्वारा पूरी तरह से एफडीआइ नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। इन कंपनियों द्वारा दिए जा रहे अनाप-शनाप डिस्काउंट की वजह से पूरा रिटेल कारोबार प्रभावित हो रहा है।
उन्होंने कहा कि कैट किसी भी प्रकार से ऑनलाइन व्यापार के विरोध में नहीं है बल्कि इन ऑनलाइन कंपनियों के गलत नीतियों के विरोध में है। गलत नीतियों के कारण ही इन कंपनियों पर लगाम लगाना जरूरी हो गया है। पिछले दिनों कैट द्वारा ऑनलाइन कंपनियों के खिलाफ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को ज्ञापन भी सौंपा था।