बिहार में लड़कियों-महिलाओं के साथ हो रही हिंसा रूकने का नाम नहीं ले रही है। बेखौफ हुए अपराधी नित नई घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। मुजफ्फरपुर में जहां दुष्कर्म में विफल रहने पर युवक ने लड़की के ऊपर किरोसिन तेल छिड़ककर आग लगा दी। इलाज के दौरान तड़प-तड़पकर पीड़िता ने आखिरकार सोमवार की देर रात दम तोड़ दिया।
एेसी ही एक और घटना रोहतास में दोहराई गई है। जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में एक अनुसूचित जाति की किशोरी के साथ रविवार को चार युवकों ने दुष्कर्म का प्रयास किया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए युवकों को गिरफ्तार कर लिया जिसके बाद युवती के घर में आग लगा दी गई। फिर मंगलवार की सुबह लड़की को गोली मार दी गई। गंभीर हालत में उसका इलाज अस्पताल में चल रहा है।
रविवार को चार युवकों ने दादी के साथ शौच के लिए जा रही लड़की को अगवा कर लिया और एक घर में ले जाकर दुष्कर्म का प्रयास किया। घटना की जानकारी परिजनों ने तुरंत पुलिस को दी और त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी जाफर खां, शरबूख खां, फारूक खां और आज़ाद खां को गिरफ्तार कर लिया।
चारों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद गांव में सांप्रदायिक तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी और संप्रदाय विशेष लोगों ने लड़की के घर को आग के हवाले कर दिया, लेकिन पुलिस की तत्परता से घर को जलने से बचा लिया गया।
उसके बाद मंगलवार की सुबह उपद्रवी तत्वों ने लड़की को गोली मार जख्मी कर दिया। गंभीर हालत में उसे नारायण मेडिकल कॉलेज एवम अस्पताल जमुहार में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने सोमवार को लड़की का सदर अस्पताल सासाराम में मेडिकल जांच कराया था। आज अस्पताल पहुंचकर पुलिस गोली लगने से घायल लड़की का बयान लेने का प्रयास कर रही है।
गांव में साम्प्रदायिक तनाव की स्थिति बनी हुई है। वहां दोनों सम्प्रदाय के लोगों के साथ शांति बनाए रखने के लिए पुलिस कैंप कर रही है।
दुष्कर्म में नाकाम रहने पर लड़की को जला दिया, हो गई मौत
मुजफ्फरपुर में सात दिसंबर को दुष्कर्म की नाकाम कोशिश के बाद एकतरफा प्यार करने वाले सनकी युवक ने लड़की को जिंदा जला दिया था। बुरी तरह से झुलसी लड़की ने पटना के अस्पताल में मंगलवार को दम तोड़ दिया।पटना के अपोलो अस्पताल में भर्ती पीड़िता दर्दनाक घटना में 80 फीसदी झुलस गई थी।
पीड़िता ने अपने आखिरी बयान में गुनहगारों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की थी। उसने कहा था, मुझे न्याय चाहिए। जिस शख्स ने मुझे इस हालत में लाकर खड़ा किया है, उसे (आरोपी) भी इसी तरह की सजा मिले।
पीड़िता की मां का का कहना है कि आरोपी पिछले तीन साल से उनकी बेटी को परेशान करता था, जिसकी सूचना उन्होंने पुलिस को दी थी लेकिन कोई ऐक्शन नहीं लिया गया था। हैदराबाद के बाद बिहार में ऐसे मामले सामने आने से राज्य में महिला सुरक्षा और कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं।