राजधानी पटना में जगह-जगह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लापता होने के पोस्टर लगाए गए हैं। इस पोस्टर को लेकर अब बिहार में राजनीति तेज हो गई है। राजद ने जहां इसे साजिश करार दिया है तो वहीं पोस्टर के बहाने विधानसभा में नेता तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री पर ट्वीट कर हमला बोला है और लिखा है ” मुंह पर ताला, कान पे जाला, आंख पे पट्टी, नहीं अता-पता है वो लापता #CAB_NRC पर मौन, बूझो कौन ?
गौरतलब है कि पटना में ये पोस्टर कब औऱ किसने लगाया है? ये अभीतक पता नहीं चल सका है। CAA और NRC के विरोध में लगाए गए इन पोस्टर्स में लिखा गया है कि नीतीश कुमार लापता हैं जो भी उन्हें ढ़ूढ कर लाएगा बिहार उसका आभारी रहेगा।एक पोस्टर में लिखा गया है कि अदृश्य मुख्यमंत्री जो पांच वर्ष में सिर्फ एक दिन शपथ ग्रहण के समय दिखाई देता है।
वहीं एक अन्य जगह लगाए गए पोस्टर में लिखा गया है “ध्यान से देखिए इस चेहरे को यह कई दिनों से न दिखा है न सुना गया है। दूसरे पोस्टर में लिखा गया है गूंगा, बहरा और अंधा मुख्यमंत्री।
बता दें कि बिहार में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिकता पंजी (NRC) के मुद्दे पर सियासत गरमाती जा रही है। इसे लेकर धरना-प्रदर्शन का दौर जारी है।
गौरतलब है कि नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने नागरिकता संशोधन विधेयक का संसद के दोनों सदन में समर्थन किया था, जिसके बाद से प्रमुख विपक्षी दल राजद लगातार इस मुद्दे को लेकर जदयू पर हमलावर है। वहीं, JDU के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने भी नागरिकता संशोधन विधेयक CAA का पुरजोर विरोध किया था। लेकिन, वहीं जदयू एनआरसी को लेकर एकजुट है और पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि बिहार में इसे लागू नहीं होने देंगे।
जदयू नेता प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी, जिसके बाद कहा था कि मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया है कि एनआरसी बिहार में लागू नहीं होगा।