नागरिकता संशोधन बिल को लेकर हो रही हिंसा की आंच से हालांकि अभी मेरठ बचा हुआ है। लेकिन यहां पर पिछले 24 घंटे से अधिक समय से इंटरनेट सेवा ठप किए जाने से आनलाइन कारोबार से जुड़े व्यापारियों के साथ ही घर बैठे ऑनलाइन शॉपिंग करने वाले जनपद के वाशिंदे भी परेशान हैं।
बताया जा रहा है कि इंटरनेट सेवा ठप होने से अब तक करीब 50 लाख से अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ है। पिछले 24 घंटे से इंटरनेट बंद होने के कारण ऑनलाइन डिलीवरी पूरी तरह से बंद है। ई-कॉमर्स कंपनियों के सामान की डिलीवरी के लिए लोग परेशान रहे। कंपनियों के गोदाम के बार डिलीवरी दिए जाने वाले समान का ढेर लगा हुआ है। डिलीवरी करने वाले ब्वाय इंटरनेट सुविधा बहाल होने का इंतजार कर रहे हैं।
दरअसल,रविवार देर रात से जिला प्रशासन ने अलर्ट के बाद हिंसा फैलाने के लिए जिम्मेदार अफवाहों पर रोक लगाने के उददेश्य से इंटरनेट सेवा को प्रतिबंध कर दिया था।
सुबह उठकर जो लोग एक-दूसरे को वाट्सएप पर गुड मॉर्निग का संदेश भेजते थे। वह नेट बंद होने से कुछ नहीं कर पाए। दिनभर इंटरनेट और सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले लोगों को भी नेट बंद होने से असुविधा हुई। ऑनलाइन कारोबार पर इसका असर अधिक पड़ा। हालांकि कुछ लोगों ने इंटरनेट बंद होने से राहत की सांस भी ली।