नागरिकता संशोधन विधेयक पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक विशेष इंटरव्यू में कहा कि यह बिल उन लोगों के लिए है जिनकी जड़ें भारत में हैं. सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल (CAB) से मुसलमानों के बहिष्कार पर राजनाथ सिंह ने कहा, ‘नागरिकता संशोधन विधेयक उन लोगों के लिए लाया जा रहा है, जिनकी जड़ें भारत में हैं, लेकिन वे पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में रहते हैं, जिन्हें धार्मिक आधार पर उत्पीड़ित किया जा रहा है, हमलोग उन्हें नागरिकता प्रदान कर रहे हैं.’
रक्षा मंत्री ने कहा,’ पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश इस्लामिक देश है. जो इस्लाम को मानते हैं उन्हें वहां धार्मिक आधार पर उत्पीड़न का सामना नहीं करना पड़ सकता. नागरिकता संशोधन बिल उन ईसाई समुदाय के लिए भी है, जो भारतीय मूल के हैं.’
राजनाथ सिहं ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि इस बिल को केंद्र धार्मिक दृष्टिकोण से नहीं देखता. उन्होंने कहा, ‘ पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश इस्लामिक स्टेट है और अन्य समुदाय के जो भारतीय मूल के हैं उन्हें वहां सताया जा रहा है. उनके पास कहीं और जाने के लिए जगह नहीं है, हम उन्हें भारत में शरण देंगे.’
उन्होंने कहा कि इन तीनों देशों में मुस्लिमों के साथ धार्मिक उत्पीड़न नहीं, लेकिन हां अन्य प्रकार के उत्पीड़न का सामना कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि नागरिक संशोधन बिल केवल उन लोगों के लिए है जो धार्मिक उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं. रक्षा मंत्री ने कहा कि नागरिकता देते वक्त सभी से ये पूछा जाएगा कि वे यहां क्यों आएं.