अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने गुरुवार को एक रिपोर्ट में दावा किया कि चीन ने पिछले 20 साल में अपने रक्षा बजट में 850 फीसदी का इजाफा किया है। 1999 में चीन का रक्षा बजट 1 लाख 42 हजार करोड़ रुपये था जो साल 2019 में बढ़कर 12 लाख करोड़ रुपये हो गया है।

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि दक्षिणी चीन सागर में चीन अपनी सैन्य गतिविधियों को आक्रामक रूप से अंजाम दे रहा है। वह उस इलाके में किसी भी विदेशी सेना के प्रवेश पर विरोध दर्ज करा रहा है। उसकी कार्रवाई क्षेत्र में युद्ध को भड़का सकती है।
बता दें कि चीन ने साल 2017 में अपना पहला विदेशी सैन्य बेस जिबूती में खोला था। इसके द्वारा वह हिंद महासागर में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का प्रयास कर रहा है।
अमेरिका के रक्षा सचिव जॉन सी रूड ने सीनेट की सशस्त्र सेवा समिति के सामने कहा कि चीन अपने बजट का बड़ा हिस्सा अंतरिक्ष, सायबर, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर, समुद्री युद्ध, फाइटर एयरक्राफ्ट, लंबी दूरी की क्रूज मिसाइलों पर खर्च कर रहा है। वह भविष्य में होने वाले युद्ध के लिए खुद को तैयार कर रहा है।
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