प्याज के शौकीनों को अभी मन मसोस कर ही काम चलाना होगा। हर रोज बढ़ती कीमतों के चलते लोगों की थाली से प्याज दूर होता चला जा रहा है।
बिना कटे ही लोगों के आंसू निकाल रहे प्याज की कीमतें राजधानी में सौ प्रति किलो के पार पहुंच गई है। गंभीर बात है कि नई फसल आ गई है और जमाखोरी की वजह से प्याज की बढ़ती कीमतों पर जिला प्रशासन भी अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रहा है।
दीपावली के बाद से प्याज की बढ़ी कीमत को लेकर मंडी अभी भी उबर नहीं पाई है। लगातार चढ़ती प्याज की कीमतों ने चटपटे भोजन के शौकीनों का स्वाद फीका कर रखा है। बढ़ी कीमत का असर घरेलू रसोई से लेकर होटल प्रतिष्ठानों पर खूब दिख रहा है।
थोक मंडी में कांटा 90 से 92 रुपये प्रतिकिलो में उठा। खपत के अनुरूप आपूर्ति न होने पर प्याज की कीमतें अभी सामान्य होने के आसार नहीं है। शहर की थोक मंडी दुबग्गा और सीतापुर रोड मंडी में प्याज के दाम चढ़े हुए हैं।
दुबग्गा मंडी के आढ़ती शहनवाज हुसैन बताते हैं कि गुरुवार को मंडी का कांटा 92 रुपये प्रतिकिलो पर रुका। वहीं पसेरी साढ़े चार सौ से पांच सौ रुपये बिकी। सीतापुर रोड स्थित मंडी के आढ़ती टिंकू सोनकर के मुताबिक बाजार में खपत के अनुरूप माल ही नहीं है।