दिन गुरुवार को देव गुरु बृहस्पति की विशेष रूप से पूजा की जाती है. इनकी पूजा पाठ की इतनी महत्वता है . इस दिन भक्त अपनी सच्ची श्रद्धा से यदि पूजा करते है. तो उनके जीवन की हर समस्या टल जाती है. जीवन में सुख संवृद्धि आती है. उसका यह जीवन सम्पन्नता के साथ व्यतीत होता है.
कहा जाता है.की गुरु भाग्य और धर्म का कारक ग्रह माना गया है। कुंडली में गुरु की स्थिति का असर वैवाहिक जीवन पर भी होता है। यदि आप कोई शुभ कार्य प्रारम्भ करना चाहते है. तो यह दिन बहुत ही शुभ माना गया है. इस दिन गुरु के प्रभाव से आपके शुरू हुए कार्य में कभी अच्छा असर होता है .
व्यापार जैसे कार्यों की शुरुआत इस दिन से कर सकते है. कहा जाता है .की गुरु यदि शुभ स्थिति में हो तो भाग्य का साथ मिलता है. और पति-पत्नी के बीच प्रेम बना रहता है. आप यदि गुरूवार के दिन प्रातः काल स्नान करके वृहस्पति देव को जल अर्पित करते है. और उनका पूजन कर अपने सफलतम जीवन के लिए प्रार्थना करते है. तो निश्चित रूप से आपकी यह मनोकामना पूर्ण होती है .
वृहस्पति देव का पूजन केले के पत्ते के साथ किया जाता है. इस देव की आराधना करने के अलावा यदि आपने सच्चे मन से वृहस्पति देव की कथा का श्रवण कर लिया तो उससे भी उसके भाग्य का उदय हो जाता है