अयोध्या विवाद पर नवंबर के दूसरे हफ्ते में कभी भी फैसला आ सकता है. इस फैसले से पहले अयोध्या समेत पूरे उत्तर प्रदेश में हलचल बढ़ गई है. इस बीच मुस्लिमों के सबसे धार्मिक संगठनों में से एक जमीयत उलेमा हिन्द के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय हमें मान्य होगा.
अरशद मदनी ने कहा कि सबूतों और साक्ष्यों के आधार पर सुप्रीम कोर्ट जो भी निर्णय देगा वह हमें मान्य होगा. मदनी ने इस बीच सवाल भी कड़ा किया उन्होंने कहा कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक लोग भय से पीड़ित हैं.
अयोध्या विवाद का फैसला अगले कुछ दिनों में आने वाला है. 14 कोसी परिक्रमा को लेकर श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है तो दूसरी तरफ प्रशासन भी हाई अलर्ट पर है. CJI रंजन गोगोई 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं इसलिए अयोध्या पर फैसला उससे पहले ही आएगा. इसको लेकर अयोध्या में सुरक्षा के चाक चौबंद उपाय किए गए हैं
यूपी के सभी जिलों में अभी धारा-144 लागू कर दिया गया है, 14 कोसी और पंच कोसी परिक्रमा के लिए अर्द्धसैनिक बल के साथ PAC को लगाया गया है. सोशल मीडिया पर पैनी नजर रखी जा रही है.