भारतीय जनता पार्टी लगातार राज्यसभा में अपनी स्थिति मजबूत करने में जुटी हुई है। बीते दिनों पार्टी ने विपक्षी खेमे में तगड़ी सेंध लगाई है। इसी कड़ी में बीते दिनों कनार्टक से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य के एस राममूर्ति ने राज्यसभा से त्यागपत्र दे दिया था।
राममूर्ति कल यानि मंगलवार को बीजेपी में शामिल हो गए हैं। पार्टी के केंद्रीय कायार्लय में भाजपा महासचिव अरुण सिंह, भूपेन्द्र यादव और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी की मौजूदगी में राममूर्ति ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
उन्होंने बीते बुधवार को राज्यसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था। उच्च सदन में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के सदस्यों की संख्या अब 45 रह गई है, वहीं सदन में भाजपा सहित एनडीए के सदस्यों की संख्या 106 है, जबकि राज्यसभा में पांच सीटें अभी खाली है। उच्च सदन में अन्नाद्रमुक के 11, बीजद के सात, टीआरएस के छह, वाईएसआर कांग्रेस के दो सदस्यों का भी समर्थन भाजपा को प्राप्त होता है। ऐसे में भाजपा के लिए यह उम्मीद बढ़ गई है कि आने वाले समय में एनडीए के सदस्यों की संख्या बहमुत पार कर सकती है।
इससे कई अहम बिलों पर विपक्ष का विरोध झेलने वाली एनडीए की मुश्किल काफी हद तक कम हो जाएगी। जून 2016 में केसी राममूर्ति राज्यसभा सदस्य निर्वाचित हुए थे। तब कर्नाटक की चार राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव हुआ थ, जिनमें से तीन कांग्रेस जबकि एक भाजपा के खाते में गई थी। कांग्रेस से ऑस्कर फर्नांडिस, जयराम रमेश और केसी राममूर्ति राज्यसभा के लिए चुने गए थे, जबकि भाजपा से निर्मला सीतारमन राज्यसभा सदस्य निर्वाचित हुई थीं। सरकार पिछले सत्र में संसद से कई अहम बिल पारित करवाने में सफल रही थी।