आलू की पापड़ी मठरी को आप जब चाहें झटपट से बना सकती हैं। तो आइए जानें इसे बनाने का तरीका।बच्चों के लिए यह एक बहुत ही बेहतरीन स्नैक्स है, टेस्ट में एकदम अलग खस्ता आलू की पापड़ी मठरी किसी भी समय खाने के लिए के लिए उम्दा स्नैक्स हैं। आप चाय-काफी के साथ इसका मजा ले सकती हैं। बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को ये पापड़ी मठरी बहुत पसंद आती हैं। सुबह-शाम बच्चों को कुछ न कुछ स्नैक्स और बिस्किट्स खाने को चाहिये होता हैं, ऐसे में उनको यह पापड़ी मठरी बहुत पसंद आएगी। मैदे से बनने वाली यह पापड़ी मठरी खाने में बहुत खस्ता और कुरकुरी लगती है और यह बहुत ही आसानी से कम इन्ग्रेडियेन्ट्स में बनने वाला नमकीन है। आलू की पापड़ी मठरी को आप जब चाहें झटपट से बना सकती हैं। तो आइए जानें इसे बनाने का तरीका।
आलू की खस्ता पापड़ी मठरी बनाने के लिए सामग्री:
- मैदा- 1 कप
- आलू- ½ कप
- अजवायन- ½ टेबल स्पून
- तेल – अंदाजानुसार
- नमक- स्वादानुसार
आलू की खस्ता पापड़ी मठरी बनाने का तरीका:
आलू की खस्ता पापड़ी बनाने के लिए सबसे पहले आलू को ग्रेट कर लें।
अब एक बर्तन में मैदा, ग्रेट किया हुआ आलू, अजवायन, स्वादानुसार नमक और दो बड़े चम्मच तेल डालें और सभी चीजों को अच्छी तरह से मिला लें और पानी डालकर सख्त आटा गूंथ लें। ध्यान रखें कि आटे में बहुत कम मात्रा में पानी का डालना है। पानी काफी नाप-तोल कर डाले। आटे के गूंथ जाने के बाद उसे पद्रंह से बीस मिनट के लिए सैट होने के लिए रख दें।
पद्रंह से बीस मिनट बाद जब आटा सेट हो जाए तो उसे अच्छे से मसल लें। अब इस आटे की छोटी-छोटी लोईयां बना लें। अब इसमें से एक लोई को लेकर उसे गोलाकर करें और उसे सूखे आटे में लपेट कर उसे गोल करके चपटा कर लें। सारी लोई को इसी तरह से चपटा कर लें।
अब गैस पर मध्यम आंच पर एक कड़ाही चढ़ाए और उसमें तेल डालें और गर्म होने दें। पापडी तलने के लिए हमें तेल मीडियम गर्म चाहिए। अब एक लोई लेकर उसे बेल लें। अब एक कांटा चम्मच से लोई के दोनो साइड छेद वाले निशान बना दें। इसी तरीके से सभी लोईयों को बेलकर तैयार कर लें। इसी तरह से जानें बाजार जैसी सोन पापड़ी कैसे बनाएं।
तेल के गर्म हो जाने के बाद उसमें बेली हुए लोई डालें और फ्राई करें। पापड़ी को सुनहरा होने तक फ्राई करें। जब पापड़ी के गोल्डन ब्राउन फ्राई हो जाए तो इसे कड़ाही से निकाल लें और इसी तरीके से सभी पापडि़यों को फ्राई कर लें। पापड़ी फ्राई करने में पांच से दस मिनट का समय लगता है। यहां जितना सामान लिया गया है इतने सामान में बीस पापड़ी बन सकती है।