दुनियाभर में पुराणों में कई ऐसी बातें लिखी हैं जो इंसान अगर अपने जीवन में उतार ले तो उसका कल्याण हो सकता है. ऐसे में मानव जीवन में सुख और शांति बनी रहे इसके लिए पुराणों और शास्त्रों में कई नियम बताए गए हैं और आज हम आपको विष्णु पुराण में बताए गए गृहस्थ संबंधी नियमों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको सफल बना सकते हैं.
चौराहों पर ना जाएं – कहते हैं रात के समय चौराहे से दूर रहना चाहिए क्योंकि रात के समय ही नकारात्मक शक्तियों की ऊर्जा तेज हो जाती है और अगर कोई पवित्र आत्मा का चौराहे पर विचरण होता है तो नकारात्मक शक्तियां उसकी तरफ आकर्षित हो सकती हैं.
श्मशान नहीं जाएं – कहते हैं यहाँ हमेशा ही नकारात्मक शक्तियां सक्रिय रहती हैं और इनका बुरा असर स्वास्थ्य और मन दोनों पर हो सकता है. इस कारण से ऐसा माना जाता है कि श्मशान क्षेत्र में शवों से निकलने वाला धुंआ सेहत के लिए हानिकारक माना जाता है. इसी के साथ ध्यान रहे कि श्मशान से आने के बाद स्नान करना जरुरी है.
इत्र – कहते हैं खुशबू की तरफ बुरी शक्तियां जल्दी आकर्षित होती हैं और जो लोग इत्र या डियो लगाकर सोते हैं नकारात्मक शक्तियां उन्हें ढूंढती हुई पहुंच जाती हैं. इस कारण से रात को स्नान करके भगवान का ध्यान करने के बाद ही सोना चाहिए.
बुरे चरित्र के लोगों से दूर रहें – कहते हैं बुरे लोगों से जितनी दूरी बनाकर रखी जाए उतना ही अच्छा माना जाता है क्योंकि इन लोगों के कार्य हमेशा अधार्मिक माने जाते हैं.
खुले बाल – कहा जाता है जो महिलाएं रात को खुले बाल करके सोती हैं वो उनकी तरफ नकारात्मक शक्तियां अधिक आकर्षित होती हैं और ये नकारात्मक शक्तियां तन और मन दोनों पर अच्छा प्रभाव नहीं डालती हैं.