उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने उभ्भा में 17 जुलाई की घटना पर अफसोस जताया है। उन्होंने कहा कि जिन्होंने परिवार खोया, अब वे वापस नहीं आ सकते। लेकिन सरकार की नैतिक जिम्मेदारी थी कि वह गरीबों को सरकारी योजनाओं का लाभ और दोषियों को सख्त सजा दिलाए। कहा कि जिला प्रशासन हर हाल में इस तरह की घटनाओं को रोके। हर गरीब को उसका हक मिलना चाहिए। प्रशासन को निर्देशित किया गया है कि जिस तेजी से उभ्भा में कार्रवाई की है, ऐसे ही अन्य गांवों की जनता की समस्याओं को भी निपटाए।
सीएम ने बताया कि जब उन्होंने जमीनों पर कब्जे की जांच प्रशासन से कराई तो पता चला कि गरीबों और जंगल की एक हजार बीघे भूमि पर दबंगों, भू-माफियाओं का कब्जा है। उन्होंने जमीनों की जांच के लिए एसआईटी बना दी है। तीन माह में इसकी रिपोर्ट आएगी। इसके बाद बड़ी कार्रवाई करेंगे। जिले के हर आदिवासी, बनवासी, गरीब अनुसूचित, भूमिहीन परिवार को सीलिंग के तहत राजस्व के नियम के अनुसार भूमि आवंटित करेंगे। जब गरीब के चेहरे पर खुशहाली होगी तो देश खुशहाल होगा। हमारी पूरी संवेदना पीड़ित परिवार के साथ है।
सरकार आगे भी आर्थिक स्वावलंबन के लिए कार्य करेगी। साथ ही सीएम ने विकास की 340 करोड़ की 46 परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास, 281 लाभार्थियों को 852 बीघे जमीन का पट्टा दिया । 292 लोगों को आवास दिए गए। इसके पहले पीड़ित परिवार को 18.50 लाख रुपये, निराश्रित पेंशन, घायलों को छह-छह लाख रुपये, राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय की स्वीकृति, 510 लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड जारी किया गया।