दुनियाभर के सभी लोग इस बात से वाकिफ हैं कि कुंडली में अगर कोई दोष हो तो काम नहीं हो पाते हैं. ऐसे में राशियों और कुंडली पर ग्रहों का बहुत महत्व होता है और सभी ग्रहों के अनुसार अलग-अलग धातुओं को धारण करने से सभी दोषों से मुक्ति मिलती है. वहीं ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों एवं धातुओं के बीच गहरा संबंध बताया गया है और ग्रहों की ही भांति धातुओं की अपनी एक अलग प्रकृति भी होती है. कहते हैं इस कारण से पुराने समय में राजा-महाराजा लोग धातु लाभ को लेने हेतु लोहे व तांबे से बने पात्रों में खाना बनवाया करते थे और सोने व चांदी के बने बर्तनों में ही खाना खाया करते थे. ऐसे में आज हम आपको हाथ की उंगली में तांबे की अंगूठी पहनने के लाभों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको अवश्य ही जानना चाहिए.
– कहते हैं अगर तांबे की अंगूठी पहने तो उसे अपनी सूर्य की उंगली मतलब रिंग फिंगर में पहनना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से कुंडली से सूर्य ग्रह का असर कम होगा.
– कहा जाता है सूर्य के ही साथ-साथ तांबे की बनी अंगूठी से मंगल ग्रह के अशुभ असर को भी कम करती है इस कारण उसे ध्यान से पहने.
– कहा जाता है ये अंगूठी प्रतिक्षण हमारे देह के संपर्क में भी रहती है और इससे तांबे धातु के औषधीय गुण हमारे शरीर को मिलते रहते हैं इस कारण इसे पहनने से रक्त भी साफ होता है.
– कहा जाता है तांबे की अंगूठी से पेट संबंधी बीमारियां भी कम हो जाती है और इसे पहनना लाभदायक होता है.
– कहते हैं तांबे के लगातार हमारी त्वचा के संपर्क में रहने से त्वचा में चमक बढ़ जाती है.