भाजपा ने आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर टैंकर माफिया को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि आप ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में टैंकर माफिया पर अंकुश लगाने का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आने के बाद इसे लेकर कोई कदम नहीं उठाया।
दिल्ली जल बोर्ड के नौ सौ टैंकर हैं। दूसरी ओर दो हजार के करीब अवैध टैंकर चल रहे हैं, जबकि आप सरकार ने पिछले साढ़े चार वर्षो में मात्र दो अवैध टैंकर के खिलाफ कार्रवाई की है।
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता का कहना है कि दिल्ली जल बोर्ड पानी की किल्लत से जूझ रही कॉलोनियों में पानी आपूर्ति करने में असफल रहा है। इसका फायदा टैंकर माफिया उठाकर गरीबों का शोषण कर रहे हैं। जान बूझकर टैंकरों को जीपीएस (ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) से नहीं जोड़ा जा रहा है।
दिल्ली जल बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार 47 फीसद पानी उपभोक्ताओं के घरों तक नहीं पहुंच पाता है, क्योंकि चोरी से दिल्ली जल बोर्ड का पानी टैंकर में भरकर बेचा जा रहा है।
दिल्ली जल बोर्ड की वेबसाइट भी पढ़ी है, इसमें वाटर टैंकरों की सूची नहीं मिलती है। अवैध टैंकर वाले दिल्लीवासियों विशेषकर अनधिकृत कॉलोनियों व झुग्गियों में रहने वालों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
कई टैंकर वाले अनधिकृत बोरिंग से पानी भरकर लोगों को बेच रहे हैं। इस पानी की गुणवत्ता की जांच भी नहीं होती है। दूषित पानी पीने से लोग बीमार हो रहे हैं। उन्होंने केजरीवाल से टैंकर माफिया पर लगाम लगाने और दिल्ली जल बोर्ड की वेबसाइट अपडेट करने, टैंकरों की सूची और पानी आपूर्ति करने का समय व चालक का मोबाइल नंबर ऑनलाइन उपलब्ध कराने की मांग की है। निजी टैंकर संचालकों के लिए दिशा निर्देश जारी करने व सख्ती से उसे लागू कराने की भी मांग की।