पाकिस्तान के आर्थिक हालात लगातार बद से बदतर होते जा रहे हैं। महंगाई की मार से यहां पर आम लोग बेहाल हो रहे हैं। आलम ये है कि हजारों लोगों को आधी रोटी पर गुजारा करना पड़ रहा है।
दूसरी तरफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी को मंजूरी देकर आम लोगों की जेब और ढीली करने की कवायद को हरी झंडी दिखा दी है। इमरान खान ने तेल एवं गैस विकास प्राधिकरण (ओगरा) की सिफारिश को मंजूरी दे दी है। ओगरा ने ही पेट्रोलियम उत्पादों पर दस प्रतिशत की बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव उसके सामने रखा था।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कम हो रही कच्चे तेल की कीमत
यह सब उस वक्त हो रहा है कि जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई है। वर्ल्ड बैंक ने 2019-20 के लिए भविष्यवाणी की है कि कच्चे तेल की कीमतें 67 डॉलर प्रति बैरल पहुंच सकती हैं। सरकार की तरफ से लगातार पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी की जा रही है। इसको लेकर विपक्ष कई बार हमलावर हुआ है लेकिन, अब सरकार विपक्ष की आवाज को भी दबाने का काम कर रही है। इतना ही नहीं आम जनता भी लगातार इसको लेकर मुखर हो रही है। ताजा फैसले से महंगाई और करों के बोझ से परेशान पाकिस्तानियों को एक और झटका लगा है।
2013 के बाद फिर तेजी से बढ़ी मुद्रास्फिति की दर
मौजूदा वित्तवर्ष में पाकिस्तान की मुद्रास्फिति की दर दस फीसद (वर्तमान में 10.34 फीसद) को पार कर गई है। बीते माह जुलाई में यह 8.9 फीसद थी। इससे पहले 2013 में देश में मुद्रास्फिति की दर 10.9 फीसद थी। सरकार ने वर्तमान वित्तीय वर्ष (2019-20) में 11 से 13 फीसद तक की मुद्रास्फिति होने का अनुमान लगाया है। इसका एक अर्थ ये भी है कि सरकार खुद मान रही है कि आने वाले दिनों में महंगाई और सातवें आसमान पर पहुंचने वाली है। लिहाजा कहा जा सकता है कि आने वाले दिनों में पाकिस्तान में आम आदमी का जीवन और बदतर होने वाला है।
हर चीज में बढ़े हैं दाम
सरकार के पूर्व के फैसलों की बदौलत सब्जियों से लेकर फल और अन्य खाने की चीजों के दाम काफी ऊंचे हो चुके हैं। खाने की चीजों में करीब दस फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। खाने की चीजों के अलावा पिछले कुछ समय में शिक्षा के खर्च में करीब सात फीसद, कपड़ों और जूतों की कीमतों में सात-आठ फीसद, घर, पानी, बिजली, गैस और तेल में 12-13 फीसद की बढ़ोतरी आई है। घर के अन्य साजो सामान की कीमतों में भी 10-15 फीसद की बढ़ोतरी हो चुकी है।
ये हैं पेट्रोल और डीजल की कीम
सरकार के ताजा फैसले के बाद अब यहां पेट्रोल में 5.15 रुपये और डीजल में 5.65 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी की गई है। अब इनकी कीमत 117.83 रुपये प्रति लीटर और 135.72 रुपये प्रति लीटर हो गई है। इस फैसले से केरोसीन के भी दाम बढ़ गए हैं। केरोसीन के दाम 5.38 रुपये और हल्का डीजल 8.90 रुपए बढ़कर 103.84 रुपये और 94.27 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। गैस सिलेंडर की कीमत की बात करें तो यह पहले ही एक हजार रुपये से ऊपर जा चुका है। पेट्रोल और एचएसडी दो ऐसे बड़े उत्पाद हैं जिनसे सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व मिलता है क्योंकि देश में इनकी खपत बढ़ती जा रही है।