अमरावती में वीरवार को महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि कोई भी सरकार पांच साल में सभी समस्याओं को समाप्त नहीं कर सकती है, लेकिन मैं यह दावा कर सकता हूं कि पिछली सरकार ने 15 साल में जो भी किया, हमने पांच साल में उससे दोगुना से अधिक किया। मैं विपक्ष को चुनौती देता हूं कि वे पिछले 15 वर्षों में विकास पर चर्चा करें।

महाराष्ट्र में एक तरफ भाजपा में विरोधी दलों के नेताओं के प्रवेश की धूम है, तो दूसरी ओर मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस गुरुवार से महाजनादेश यात्रा पर निकले हैं। 24 दिन की इस यात्रा में वह अपने पांच साल के कामकाज का हिसाब देंगे। विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले ही फड़नवीस अपने चुनाव प्रचार अभियान का पहला चरण पूरा कर लेंगे।
विदर्भ के अमरावती जिले से शुरू हो रही मुख्यमंत्री की महाजनादेश यात्रा दो चरणों में समाप्त होगी। पहला चरण एक से नौ अगस्त तक व दूसरा 17 से 31 अगस्त तक चलेगा। दोनों चरणों में यह यात्रा राज्य के 32 जिलों से होकर गुजरेगी और फड़नवीस कुल 4,384 किलोमीटर का सफर तय करेंगे। इस दौरान वह 87 बड़ी सभाओं को संबोधित करेंगे और उनके स्वागत में 57 सभाएं होंगी।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के अनुसार, यात्रा के समापन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलाने का विचार किया जा रहा है। यात्रा की शुरुआत राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज के जन्मस्थान से होगी और श्रीराम एवं सिंहस्थ कुंभ से संबंध रखने वाले नगर नासिक में समाप्त होगी। इस यात्रा के दौरान भी जिले-जिले में कई विपक्षी दलों के नेता देवेंद्र फड़नवीस की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इसकी शुरुआत बुधवार को मुंबई से हो चुकी है।
महाराष्ट्र में बुधवार को विपक्षी दलों को बड़ा झटका लगा। कांग्रेस-राकांपा के चार विधायक अपने समर्थकों ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की उपस्थिति में सत्तारूढ़ भाजपा का दामन थाम लिया। इनमें राकांपा के दो दिग्गज नेता अध्यक्ष शरद पवार के भरोसेमंद एवं पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे हैं। नवी मुंबई के नेता गणेश नाईक और अहमदनगर के नेता मधुकर राव पिचड़ राकांपा की स्थापना के समय से ही उससे जुड़े रहे हैं।
पिचड़ तो राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। ये दोनों अपने विधायक पुत्रों संदीप नाईक (एरोली) व वैभव पिचड़ (अकोले) के साथ भाजपा में आ गए हैं। इनके अलावा सतारा से शिवेंद्र राजे भोसले और मुंबई से कांग्रेस विधायक रहे कालीदास कोलंबरकर ने भी भाजपा का दामन थाम लिया है। कोलंबरकर कांग्रेस से सात बार विधायक रह चुके हैं। इनके अलावा राकांपा की राज्य महिला इकाई की अध्यक्ष चित्रा वाघ भी भाजपा में शामिल हो गईं। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव अक्टूबर में प्रस्तावित है।
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