वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड बनाने का ट्रेंड इन दिनों लोगों पर सवार है। लोग वीडियो बनाते समय यह भी नहीं सोचते कि वह कहां हैं और इससे नियमों का उल्लंघन हो रहा है। सरकारी बस में, मेट्रो ट्रेन में, तो जान जोखिम में डालकर नदी के किनारे वीडियो बनाने वाले काफी लोगों के बारे में आपने सुना होगा। गुजरात में अधिकारी द्वारा मिली सूचना के अनुसार एक महिला पुलिसकर्मी बुधवार को सस्पेंड कर दिया गया, क्योंकि उसने पुलिस स्टेशन में डांस करते हुए वीडियो बनाया।
डीएसपी मनजीत वनजारा ने बताया, ‘अर्पिता चौधरी ने नियमों का तोड़ा है। वीडियो बनाते समय वह ड्यूटी पर यूनिफॉर्म में नहीं थी। इसके साथ ही वह लंगनाज गांव के पुलिस स्टेशन में अपना वीडियो बना रही थी। पुलिस को खुद अनुशासन का पालन करना चाहिए, जिसे उसने नहीं निभाया। इस वजह से उसे निलंबित कर दिया गया।’
अधिकारी ने बताया कि अर्पिता चौधरी द्वारा यह वीडियो 20 जुलाई को बनाया गया था, जो कि अब सोशल मीडिया साइट्स और व्हाट्सएप पर वायरल हो गया है। डीएसपी ने बताया कि महिला पुलिसकर्मी अर्पिता चौधरी ने साल 2016 में लोक रक्षक दल में तैनाती हुई थी, जिसके बाद 2018 में मेहसाणा में पोस्टिंग मिली थी।
डीटीसी की बस में वीडियो बनाने पर बस के कंडक्ट और ड्राइवर पर कार्रवाई की गई थी। यह मामला हरिनगर बस डिपो के पास का था। दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की हरिनगर डिपो-2 की बस में एक गाने पर लड़की के नाचने की वीडियो क्लिप वायरल होने के बाद डीटीसी प्रशासन ने बस चालक को निलंबित कर दिया है और परिचालक को कारण बताओ नोटिस जारी कर 72 घंटे में जवाब देने के लिए कहा था। डीटीसी के एक अधिकारी ने बताया कि उन्होंने वीडियो की जांच की और यह पाया कि बस के चालक और परिचालक ने अनुशासनहीनता की है। चूंकि बस का चालक निगम का स्थाई कर्मचारी है, इसलिए उसे निलंबित कर दिया गया है।
मेट्रो में डांस करती महिला का वीडियो हुआ वायरल
डीटीसी की बस में डांस करती जिस युवती का सोशल मीडिया पर बनाया वीडियो वायरल हुआ था, उसी लड़की का एक और वीडियो वायरल हुआ। इस बार वीडियो में वह युवती चलती मेट्रो ट्रेन के अंदर डांस करती नजर आ रही है। इससे पहले वाला वीडियो तो खाली खड़ी बस में बनाया गया था, लेकिन मेट्रो वाला वीडियो लेडीज कोच में बनाया गया लगता है, क्योंकि वीडियो में पीछे सीट पर कई महिलाएं और युवतियां बैठी नजर आ रही थीं। डीटीसी की तरह इस विडियो के सामने आने के बाद डीएमआरसी की तरफ से औपचारिक तौर पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई और ना ही किसी के खिलाफ कोई एक्शन लिया गया।