रिटायरमेंट के बाद होगी 5,000 रुपये तक की इनकम हर महीने जमा करें सिर्फ 42 रुपये

अटल पेंशन योजना (APY) असंगठित क्षेत्र से जुड़े लोगों को ध्यान में रखकर बनाई गई पेंशन योजना है। यह बीमा और पेंशन सेक्टर की एक सामाजिक सुरक्षा योजना है, जिसे सरकार द्वारा देश के सभी नागरिकों को 1,000 रुपये से लेकर 5,000 रुपये तक पेंशन मुहैया कराने के लिए लॉन्च की गया था।

इस योजना की देखरेख पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) द्वारा की जाती है। यह योजना किसी भी व्यक्ति को सेवानिवृत्ति के बाद नियमित पेंशन मुहैया कराने की गारंटी देती है। कोई भी भारतीय नागरिक जिसकी आयु 18 से 40 साल के बीच है, इस योजना में शामिल हो सकता है।

यह रहेगी मासिक योगदान की राशि

इस योजना में अगर कोई व्यक्ति 18 साल की आयु में शामिल होता है तो उसे 1,000 से 5,000 रुपये के बीच की फिक्स्ड मासिक पेंशन पाने के लिए 42 रुपये से लेकर 210 रुपये तक मासिक योगदान देना होगा। दुसरी तरफ, अगर कोई व्यक्ति 40 साल की उम्र में योजना में शामिल होता है, तो उसे 1,000 से 5,000 रुपये के बीच की फिक्स्ड मासिक पेंशन पाने के लिए 291 से 1,454 रुपये प्रति माह तक मासिक योगदान देना होगा। अगर कोई व्यक्ति 40 साल की उम्र में अटल सेवा योजना में शामिल होता है, तो उसे पेंशन प्राप्ति के लिए कम से कम 20 सालों तक प्रीमियम भरने की जरूरत होगी। PFRDA की वेबसाइट के अनुसार, केंद्र सरकार प्रत्येक योग्य सब्सक्राइबर का 5 सालों तक कुल योगदान का आधा या 1,000 रुपये प्रति वर्ष, जो भी कम होगा, खुद जमा कराएगी।

मिलेगी इनकम टैक्स में छूट

अटल पेंशन योजना में योगदान करके कोई भी आयकर अधिनियम की धारा 80सीसीडी के तहत टैक्स में छूट प्राप्त कर सकता है। इस योजना के तहत कर आय से जो अधिकतम राशि की कटौती की जा सकती है, वह 2 लाख रुपये प्रति वर्ष है। यहां बता दें कि धारा 80 सी और धारा 80सीसीडी के तहत कुल कटौती 2 लाख से ज्यादा नहीं हो सकती है।

सब्सक्राइबर को एसएमएस से आएगा योगदान का अलर्ट

अटल पेंशन योजना के सब्सक्राइबर को समय-समय पर खाते में बैलेंस आदी की जानकारी दी जाती है। यह सूचना एसएमएस अलर्ट और खाते के भौतिक स्टेटमेंट द्वारा भी दी जाती है। इस योजना में सब्सक्राइबर्स को योजना के तहत मासिक, त्रैमासिक और अर्द्धवार्षिक योगदान की अनुमति प्राप्त होती है। योजना के सभी योगदान सब्सक्राइबर के बचत खाते से ऑटो डेबिट सुविधा के जरिए लिये जाते हैं।

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