पत्नी : रात का खाना आज बाहर करेगें.
पति(प्रबंधक) : ठीक है.
पति : हमें एक ठीक ठाक रेस्तरां में जाना चाहिए?
पत्नी : नहीं, पांच सितारा होटल में चलते हैं!
पति : (एक मिनट के लिए मौन) ठीक है, 7.30 बजे देखते हैं.
रास्ते में…..7.00 बजे के आसपास!
पति : एक बार, मैने अपने दोस्तों के साथ गोलगप्पे की प्रतिस्पर्धा की थी, मैने 30 गोलगप्पे खाये और उन्हें हरा दिया.
पत्नी : क्या यह कौन सा मुश्किल है?
पति : मुझे हराना बहुत मुश्किल है..
पत्नी : मैं आसानी से आपको हरा सकती हुँ.
पति : रहने दो, यह कोई चाय का कप नहीं है.
पत्नी : हमसे प्रतियोगिता कर रहे हैं…?? ठीक है, चलिये..
पति : तो आप अपने आप को हारा हुआ देखना चाहती हैं……
पत्नी : चलिये देखते हैं.
वे दोनों एक चाट स्टाल पर रुके, और खाना शुरू किया.
30 गोलगप्पों के बाद पति ने खाना छोड़ दिया*
पत्नी का भी पेट भर गया था,
लेकिन उसने पति को हराने के लिए एक और खा लिया और चिल्लाई
“तुम हार गये…”
बिल 70/- रुपये आया, और पत्नी वापस घर आते हुए शर्त जीतने की खुशी में खुश थी*