हम सभी जानते ही हैं कि आज बुद्ध पूर्णिमा है. कहा जाता है यह एक बहुत बड़ा त्यौहार है और इसे हिन्दू और बौद्ध दोनों धर्म के अनुयायी बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि बौद्ध धर्म के लोग कैसे मनाते हैं बुद्ध पूर्णिमा? आइए जानते हैं.
बौद्ध धर्म के लोग कैसे मनाते हैं बुद्ध पूर्णिमा- कहते हैं कि भगवान बुद्ध ही बौद्ध धर्म के संस्थापक हैं. इसी के साथ यह बुद्ध अनुयायियों के लिए काफी बड़ा त्यौहार है. कहा जाता है इस दिन अनेक प्रकार के समारोह आयोजित किए गए हैं और अलग-अलग देशों में वहां के रीति- रिवाजों और संस्कृति के अनुसार कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. श्रीलंका के लोग इस दिन को ‘वेसाक’ उत्सव के रूप में मनाते हैं जो ‘वैशाख’ शब्द का अपभ्रंश है. आज के दिन बौद्ध घरों में दीपक जलाए जाते हैं और फूलों से घरों को सजाया जाता है.
इसी के साथ दुनियाभर से बौद्ध धर्म के अनुयायी बोधगया आते हैं और प्रार्थनाएं करते हैं. आज के दिन बौद्ध धर्म के धर्मग्रंथों का निरंतर पाठ किया जाता है और बोधिवृक्ष की पूजा की जाती है. इसी के साथ उसकी शाखाओं पर हार और रंगीन पताकाएं सजाई जाती हैं और जड़ों में दूध और सुगंधित पानी डाला जाता है. कहते हैं इस दिन वृक्ष के आसपास दीपक जलाए जाते हैं और इस तरह बौद्ध धर्म के लोग बुद्ध पूर्णिमा मनाते हैं.