पश्चिम बंगाल के कोलकाता रोड शो के दौरान हुए हंगामा और विद्यासागर कॉलेज में तोड़फोड़ के मामले में छात्र-छात्राओं ने आमरस स्ट्रीट थाने में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है। एफआइआर में अमित शाह के नेतृत्व में कॉलेज में हमला करने का आरोप लगाया गया है। इसके अलावा कोलकाता विश्वविद्यालय के समक्ष हुए हंगामे को लेकर जोड़ासांको थाने में भी एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। कल हुए हंगामे के मामले में अब तक 58 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अमृतसर स्ट्रीट थाने की पुलिस ने 35 लोगों को और जोड़ासांको की पुलिस ने 23 लोगों को गिरफ्तार किया है।
दूसरी ओर ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा तोड़े जाने को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाली अस्मिता से जोड़ दिया है। सभी तृणमूल नेताओं ने ईश्वर चंद्र की प्रतिमा फेसबुक से लेकर अन्य जितने भी सोशल मीडिया पर हैं, वहां लगाया है। इसके अलावा आज बेलियाघाटा से श्याम बाजार तक इस घटना के खिलाफ तृणमूल ने धिक्कार जुलूस निकालने का फैसला लिया है इस जुलूस में खुद ममता बनर्जी भी शामिल होंगी।
वहीं तृणमूल ने चुनाव आयोग से भी पास शिकायत करने का निर्णय लिया है। माकपा ने भी इस घटना के खिलाफ जुलूस निकालने का घोषणा किया है जिसमें सीताराम येचुरी से लेकर प्रकाश करात तक मौजूद रहेंगे।
गौतलब है कि पश्चिम बंगाल में चुनाव के दौरान केंद्रीय बलों की 713 कंपनियां और कुल 71 हजार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के बावजूद हिंसा की घटनाएं थम नहीं रही हैं। राज्य में हर चरण के साथ राजनीति हिंसा की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। कल मंगलवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान जिस प्रकार की हिंसा देखी गई उसने लोकतंत्र को शर्मशार कर दिया है। पश्चिम बंगाल में एक ओर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हर कीमत पर सत्ता पर अपनी पकड़ बनाए रखना चाहती हैं तो वहीं भाजपा हर हाल में एंटी इनकंबैंसी को अपने पक्ष में भुना लेना चाहती है। नतीजतन राज्य में सियासी टकराव अब अपने चरम पर पहुंच गया है।