चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद नकदी के प्रवाह को रोकने के लिए आयकर विभाग ने मुस्तैदी दिखाई है। अलग-अलग टीमों ने बीते पांच दिनों में यूपी और उत्तराखंड के नौ शहरों में करीब दो करोड़ की नकदी जब्त की है। सबसे ज्यादा 35 लाख रुपये की नकदी कानपुर के युवक से बरामद हुई है।
आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि यह नकदी कानपुर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बरेली, बिजनौर गाजीपुर, आजमगढ़ और देहरादून (दो बार) में पकड़ी गई। नकदी उचित दस्तावेजों के बगैर इधर से उधर भेजी जा रही थी। पकड़े गए लोग नकदी के परिवहन का उचित कारण भी नहीं बता पाए।
चुनाव प्रभावित करने के लिए नकदी का होता है इस्तेमाल
आयकर विभाग सभी लोगों से गहन पूछताछ कर रहा है। जरूरत पड़ने पर पकड़े लोगों और उनसे संबंधित व्यक्तियों के यहां छापा भी मारा जा सकता है। आयकर अफसरों का मानना है कि चुनाव प्रभावित करने के लिए नकदी का बहुतायत में इस्तेमाल होता है।
आयकर विभाग की सख्ती के चलते लोग अब बड़ी राशि लेकर चलने के बजाय छोटे छोटे टुकड़ों में नकदी का परिवहन कर रहे हैं। इस वजह से आयकर विभाग की टीमें पहले से अधिक सक्रियता दिखा रही हैं। आयकर विभाग ने कानपुर के एक युवक की कार से लखनऊ में सोमवार को 35 लाख रुपये बरामद किए।
नेता का पैसा इधर से उधर कर रहा था युवक
पूछताछ में युवक ने खुद को ट्रांसपोर्टर बताया। आयकर अफसरों ने पते और पैन के आधार पर युवक के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि वह मामूली कर्मचारी है। अब तक एक भी आयकर रिटर्न नहीं भरे। अफसर युवक से पूछताछ कर रहे हैं। माना जा रहा है कि युवक किसी नेता का पैसा इधर से उधर कर रहा था।
जांच के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। प्रधान आयकर निदेशक अमरेंद्र कुमार ने बताया कि नकदी के प्रवाह को रोकने के लिए इस बार विशेष इंतजाम किए जाएंगे। चुनाव को धन बल से प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा। पब्लिक के लिए टोल फ्री नंबर सार्वजनिक किए जा चुके हैं। किसी के पास सटीक सूचना हो तो वह आयकर विभाग को सूचित कर सकता है।