केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर परिकर को श्रद्धांजलि दी। परिकर को आखिरी विदाई देते हुए वह खुद को रोक नहीं पाईं और भावुक हो गईं। जिसके कारण उनकी आंखों से आंसू निकल गए। रविवार शाम को परिकर का निधन हो गया था। उन्हें ईरानी ने ट्विटर पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी थी।
ईरानी ने ट्विटर पर लिखा था, ‘एक नेता, एक परामर्शदाता, एक दोस्त- परिकर सर यह सबकुछ थे और वह मेरे लिए परिवार से ज्यादा थे। लेकिन गोवा का हर व्यक्ति इस बात को कह सकता है कि परिकर ऐसे ही शख्स थे। उन्होंने सिखाया कि मुश्किल समय में भी कैसे गरिमा बनाई रखी जाए।’
उन्होंने आगे कहा, ‘मनोहर परिकर अपने पीछे बहुत से प्रशंसक छोड़ गए हैं जो उन्हें अपना आदर्श मानते हैं। उनके प्रियजनों, साथियों और समर्थकों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। ओम शांति।’ बता दें कि परिकर लगभग एक साल से अग्नाश्य कैंसर से जूझ रहे थे।
उनकी सादगी का हर कोई कायल था। बतौर मुख्यमंत्री वो बिना किसी की फिक्र किए स्कूटर से भी ऑफिस पहुंच जाते थे। लोग उन्हें स्कूटर वाला मुख्यमंत्री भी कहते थे। परिकर आधी बांह की शर्ट पहनना पसंद करते थे। उन्हें वीआईपी कल्चर पसंद नहीं था, यही वजह थी कि वो रेस्तरां की बजाय फुटपाथ पर चाय-नाश्ता किया करते थे। यहीं से मोहल्लों की खबर जुटा लिया करते थे।
वह कहा करते थे, “चाय स्टॉल पर सभी नेताओं को चाय पीनी चाहिए, राज्य की सारी जानकारी यहां मिल जाती हैं।” वह पंक्ति में लगकर खाना खाते थे, अपना काम भी लाइन में लगकर ही करवाते थे। उनकी सादगी का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि उन्हें हूटर लगी गाड़ियां पसंद नहीं थीं।
डॉक्टर मनोहर गोपालकृष्णन प्रभु परिकर चार बार गोवा के मुख्यमंत्री रहे। पहली बार 2000 से 2002 तक, दूसरी बार 2002 से 2005, तीसरी बार 2012 से 2014 और चौथी बार 14 मार्च 2017 से अब तक। 2017 में जब भाजपा गोवा विधानसभा चुनाव में बहुमत से दूर थी, तब दूसरे दलों ने परिकर को मुख्यमंत्री बनाने की शर्त पर ही समर्थन दिया था।