अमेरिका की एक जांच रिपोर्ट में सामने आया है कि भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी की कंपनी असली की बजाए लैब में बने हुए हीरे बेचा करती थी। अमेरिकी दिवालियापन अदालत ने चोकसी के खिलाफ जांच के आदेश दिए थे जिसमें यह बात सामने आई है। अमेरिका में स्थित चोकसी की कंपनी सैमुएल्स ज्वैलर्स इनकॉर्पोरेशन ने ग्राहकों को लैब में बने हुए हीरे बेचे हैं जबकि उन्हें सर्टिफिकेट प्राकृतिक पत्थर वाला दिया गया।
यह पैसा चोकसी द्वारा नियंत्रित सैमुएल्स ज्वैलर्स और कंपनियों के बीच एक शैम रॉयल्टी समझौते के जरिए मिला था। जिसमें कुछ कंपनियां मिडिल ईस्ट की भी शामिल थीं लेकिन केवल कागजों में। रिपोर्ट के अनुसार चोकसी के बेटा रोहन और उसके भांजे नेहल मोदी का सैमुएल ज्वैलर्स में नेतृत्व वाला रोल था। नीरव मोदी पर पीएनबी के फर्जी एलओयू के जरिए करीब 15,600 करोड़ रुपये के लेन-देन का आरोप है।
नीरव के भाई नेहल मोदी का नाम बैंकिंग घोटाले में सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय ने चार्जशीट में शामिल किया है। चोकसी और नीरव मोदी दोनों ने जनवरी के पहले हफ्ते में भारत छोड़ दिया था। इसके बाद पंजाब नेशनल बैंक का घोटाला सामने आया। जांच रिपोर्ट में सामने आया है कि फरवरी 2018 में पीएनबी घोटाला सामने आने के बाद चोकसी ने अपने सहयोगियों जिसमें नेहल मोदी भी शामिल है उससे न्यूयॉर्क सिटी के होटल में मुलाकाता की थी। ताकि गीतांजलि जेम्स के उन ज्ञात और अज्ञात सहयोगियों की वित्तीय स्थिति पर चर्चा करे सकें जिनका सैमुएल्स ज्वैलर्स के साथ व्यापार था।
टेक्सास में गीतांजलि जेम्स के कथित सहयोगियों में से एक- वोयागेर ब्रांड्स जिसके सैमुएल ज्वैलर्स के साथ लेन-देन था उसे नेहल मोदी ने निर्देश दिए थे कि वह उसके सर्वर को नष्ट कर दे क्योंकि उसमें मनी लांडरिंग के गंभीर सबूत मौजूद थे। अमेरिकी जांचकर्ताओं को पता चला है कि इंडिपेंडेंट जेमोलॉजिकल लैबोरेटरीज (आईजीएल) जो सैमुएल ज्वैलर्स को भेजे जाने वाले हीरे की गुणवत्ता को मानक प्रदान करती है वह एक ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड की कंपनी है जिसका नियंत्रण चोकसी की बहन और उसके कुछ करीबियों के पास है। जांचकर्ता को पता चला है कि आईजीएल लैब में बने हीरे को प्राकृतिक का सर्टिफिकेट दिया जाता था।