लखनऊ। नवाबों के शहर लखनऊ के अवध क्लार्क होटल में गुरुवार को आजाद खबर के वादे के साथ एक नए राष्ट्रीय न्यूज पोर्टल ‘जुबिली पोस्ट’ की का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर विधान सभा के अध्यक्ष श्री ह्दय नारायण दीक्षित ने बटन दबाकर ‘जुबिली पोस्ट’न्यूज पोर्टल शुभारंभ किया। इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में बृजेश पाठक भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में आए विशेष अतिथियों का स्वागत ‘जुबिली पोस्ट’ के एडीटर-इन-चीफ डा. उत्कर्ष सिनहा ने किया। जुबिली पोस्ट के मैनेजिंग एडिटर एन्ड सीईओ राजीव राय ने सभी अतिथियों का धन्यवाद करते हुए पोर्टल की सफलता के लिए शुभकामनाएं और आशीर्वाद दिया। इससे पूर्व शुभारम्भ के अवसर पर ‘हम भारत का लोकतन्त्र’ पर एक संगोष्ठïी भी आयोजित की गई।
विशेष अतिथि बृजेश पाठक ने कहा कि मुझे खुशी है कि नए राष्ट्रीय न्यूज पोर्टल ‘जुबिली पोस्ट’की शुरुआत हो रही है। उन्होंने ‘जुबिली पोस्ट’ की पूरी टीम को बधाई और शुभकामनाए देते हुए कहा उम्मीद है कि यह पोर्टल नया प्रतिमान स्थापित करेगा। उन्होंने कहा इसकी लाचिंग देखकर ऐसा लग रहा है कि यह पोर्टल नहीं बल्कि नेशलन न्यूज चैनेल का शुभारम्भ हुआ है। इस अवसर पर उन्होंने पत्रकारिता में आये परिवर्तन का उल्लेख करते हुए कहा कि पहले न्यूज पेपर का चलन ज्यादा था लेकिन अब समय पूरी तरह से बदल गया है। सोशल मीडिया पर खबर फौरन मिल जाती है। खबरों के लिए अब सुबह का इंतेजार नहीं होता है बल्कि किसी भी घटना की जानकारी फौरन हो जाती है।
विधान सभा के अध्यक्ष श्री ह्दय नारायण दीक्षित ने भी कहा कि अन्य देशों की तुलना में आज भी भारतीय पत्रकारिता सबसे अच्छी कही जाती है। उन्होंने कहा भारतीय आजादी में पत्रकारिता का अहम योगदान है। अंग्रेजों को भारतीय पत्रकारों ने चुनौती दी थी। आज भी भारतीय पत्रकारिता को लोग सम्मान से देखते हैं।
हिंदी पत्रकारिता जगत के महत्वपूर्ण हस्ताक्षर और अमर उजाला में कंसल्टिंग एडिटर विनोद अग्निहोत्री ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि लखनऊ से उनका पुराना नाता रहा है। उन्होंने कहा कि डा. उत्कर्ष सिनहा के साथ उनका पुराना साथ रहा है। इस वजह से उन्हें पता है कि वह हमेशा नया करना चाहते हैं। ऐसे में मुझे उम्मीद है कि पत्रकारिता के क्षेत्र में ‘जुबिली पोस्ट’ एकदम अलग होगा। इस अवसर पर विनोद अग्निहोत्री ने पत्रकारिता में आये बदलाव की जिक्र किया और कहा कि आजादी की पत्रकारिता कुछ और थी 70 के दशक में खोजी पत्रकारिता का चलन था। इसके साथ ही 90 के दशक में और बदलाव आया है। मुझे लगता है कि सत्य और तथ्य पर पत्रकारिता आधारित होती है।
नॅशनल वॉयस चैनल के ग्रुप एडिटर रंजीत कुमार ने ‘जुबिली पोस्ट’ को बधाई और शुभकामना देते हुए कहा कि मौजूदा समय पत्रकारिता एक चुनौती है। उन्होंने डा. उत्कर्ष सिनहा की तारीफ करते हुए कहा कि उनके साथ काम करके बहुत कुछ सीखने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में सवाल करना बहुत बड़ी चुनौती है। किसी से भी सवाल पूछना भी आसान नहीं होता है। ‘जुबिली पोस्ट’ की शुरुआत से नई संभवाना नई उम्मीद जगी है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि ‘जुबिली पोस्ट’ मुश्किल दौर में नई उम्मीद बनकर सामने आयेगा।
उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के अध्यक्ष हेमंत तिवारी ने ‘जुबिली पोस्ट’की टीम को बधार्ई देते हुए कहा कि मुझे खुशी है कि डा. उत्कर्ष सिनहा इसे लेकर आ रहे हैं। उन्होंने तहलका न्यूज का जिक्र करते हुए कहा कि डा. उत्कर्ष सिनहा ने अपने नेतृत्व में उसे नई ऊंचाई दी थी। ऐसे ही जुबली पोस्ट अपनी शानदार खबरों से लोगों को रूबरू करेगा। उन्होंने कहा कि लोग खबरो के पीछे की खबर दिखाने का लोग दावा करते है लेकिन ऐसा होता नहीं है। उन्होंने कहा कि जुबली पोस्ट अपने दावे पर खरा उतरेगा।
टीवी की दुनिया के सशक्त हस्ताक्षर प्रबल प्रताप सिंह ने कहा कि मौजूदा समय में मीडिया का अहम रोल है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता में बहुत बदलाव आया है। ‘जुबिली पोस्ट’ अपने तरीके से मीडिया के प्रयास को आगे बढ़ायेंगा।
इससे पूर्व ‘जुबिली पोस्ट’ के एडीटर-इन-चीफ डा. उत्कर्ष सिनहा ने बताया कि कैसे इसकी नींव पड़ी। उन्होंने कहा कि देश के जाने-माने पत्रकारों को एक मंच पर लाने की कोशिश की है। डा. उत्कर्ष सिनहा ने आज से 28 साल पूर्व गोरखपुर का जिक्र करते हुए कहा कि हर्षवर्धन शाही को देखकर उन्होंने पत्रकारिता में कदम रखा था। उन्होंने कहा कि ‘जुबिली पोस्ट’ ब्रेकिंग न्यूज के पीछे नहीं भागेंगा बल्कि वह खबरों की पड़ताल करेगा और उसके पीछे का सच सामने लाने का कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि भले ही हमने छोटी टीम रखी हो लेकिन बाहर से कुछ अनुभवी पत्रकार हमसे जुड़े हैं। ‘जुबिली पोस्ट’ के लिए कुछ अच्छी खबरे देंगे।