झबरेड़ा थाना क्षेत्र के पांच गांव में जहरीली शराब कई परिवारों पर कहर बनकर टूटी है। इस मामले में शासन ने आबकारी निरीक्षक समेत 12 लोगों को निलंबित कर दिया है। झबरेड़ा थाना क्षेत्र के बिंडू खरक, बाल्लूपुर, भलस्वागाज समेत पांच गांव में जहरीली शराब पीले से 12 लोगों की मौत हो गई है, जबकि चालीस लोग गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं।
हरिद्वार के जिलाधिकारी दीपक रावत ने घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि उन्हें आठ लोगों के मरने की सूचना मिली है। वह स्वयं मौके पर रवाना हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि बालुपुर गांव में किसी के घर में तेहरवीं का भोज चल रहा था। वहां खाने के साथ ही शराब भी परोसी गई थी। बताया जा रहा है कि शराब पीने से उस व्यक्ति की भी मौत हो गई, जिसके यहां तेहरवीं थीं।
खाना खाने के बाद लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी, इनमें से 8 लोगों की मौत हो गई, जबकि 4 लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी मृतकों की उम्र 40 साल से 55 साल तक बताई जा रही है। उत्तराखंड के आबकारी मंत्री प्रकाश पंत ने कहा कि घर में बनाई गई कच्ची शराब के सेवन से इस घटना के होने की जानकारी मिली है। इस बात की भी जांच की जा रही है कि कहीं मामला फूड प्वाइजनिंग का तो नहीं है।
यूपी में भी शराब का कहर
उत्तर प्रदेश में हुए इन मामलों को खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान में लेकर अधिकारियों को कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने मृतकों को दो लाख रुपए मुआवाजा और अस्पताल में इलाज करवा रहे लोगों को 50 हजार रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है।